आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया में चल रहा बड़ा खेल ! डीपीओ ने कहा परियोजनाओं में बारगेनिंग की आ रही शिकायत !

लखनऊ। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती और सहायिकाओं के आवेदन के फार्म कहां जमा होंगे, इसको लेकर सीतापुर के बाल पुष्टाहार विभाग में इस वक्त बेहद गर्मा गर्मी का माहौल बना हुआ है। ऐसे में यह मौखिक आदेश हुआ है कि सारे आवेदन की हार्ड कॉपी डीपीओ सीतापुर कार्यालय में भेजी जाए। ऐसा उन्होंने क्यों किया आइए जानते है।
आपको बता दें कि बाल पुष्टाहार विभाग में इस वक्त आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्तियों की भर्तियों की प्रक्रिया चल रही है। और इस भर्ती प्रक्रिया में आवेदक की हार्ड कॉपी कहां जमा होगी इसको लेकर डीपीओ कार्यालय और परियोजना कार्यालय के बीच रस्साकशी का माहौल बना हुआ है और इस रस्साकशी के बीच गरीब, विधवा एवं विकलांग महिलाएं दूरदराज से फार्म जमा करने के लिए सीतापुर डीपीओ कार्यालय में आ रही हैं। जबकि जनपद के 19 ब्लाकों में ब्लॉक परियोजनाओं के कार्यालय बने हुए हैं और प्रदेश के कई जनपदों में यह व्यवस्था सुनिश्चित की गई है कि परियोजनाओं में उनके फार्म जमा कर दिए जाएं और परियोजना अधिकारी जनपदीय कार्यालय में आकर फार्म को दे दे लेकिन सीतापुर में कुछ अजब ही माहौल बना हुआ है। यहां फार्म जमा करने को लेकर मौखिक आदेश दिए जा रहे हैं कि फार्म की हार्ड कॉपी डीपीओ कार्यालय में जमा की जाए। जिसकी वजह से आवेदक सीतापुर विकास भवन आकर अपने फार्म जमा कर रहे है।
वहीं इस मामले में डीपीओ सीतापुर राज कपूर का कहना है कि लगातार परियोजनाओं से फार्म जमा करने को लेकर बारगेनिंग की शिकायतें आ रही थी जिसे लेकर सीतापुर में चयन समिति बैठती है और फार्म जमा करने के सीतापुर में आदेश दिए गए हैं
आखिर क्या है फार्म जमा करने का खेल? क्यों चल रही रस्साकसी ?
सूत्रों की माने तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ती और सहायिका के फार्म जमा करने को लेकर भी एक बड़ा खेल खेला जा रहा है। फार्म जिस कार्यालय में जमा हो रहे हैं सूत्रों की माने तो वहां कार्यालय के बाबुओं के द्वारा आवेदक व उसके घर वालों को बारगेनिंग के लिए बुलाया जा रहा है तभी उसका चयन विभाग में हो सकेगा,जब यह बात डीपीओ सीतापुर को पता चली तो उन्होंने जनपद में फार्म जमा करने के आदेश दे दिए जैसा कि उन्होंने न्यूज9 को फोन पर बताया जबकि सूत्रों की मानें तो जनपद के बाबुओं के द्वारा भी आवेदक को बार बार बुलाया जा रहा है।आखिर क्यों यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।