Trending

मैराथन बैठकों के बाद बीजेपी का पहला छक्का, जितिन प्रसाद हुए बीजेपी में शामिल।

हिमांशु पुरी, कंसल्टिंग एडिटर।

लखनऊ। आखिर BJP में बैठकों का दौर क्यों चल रहा था? दिल्ली से लखनऊ तक किस बात को लेकर सरगर्मियां तेज थीं? इस पर तमाम अटकलें लगाई जा रही थी, वहीं इसी बीच बीजेपी ने तमाम मैराथन बैठकों के बाद पहला छक्का मारा है और जो विपक्षी पार्टियों पर काफी भारी पड़ा है। खासकर कांग्रेस को। जी हां, कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद आज बीजेपी में शामिल हो गए। शामिल होने से पहले वह गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलने उनके घर गए।

दरअसल जितिन प्रसाद बीते 1 वर्ष से ब्राह्मण समाज का एक संगठन बनाकर सोशल मीडिया में खासा सक्रिय थे और कहीं ना कहीं इसी बात को लेकर बीजेपी ने उनको आने वाले चुनाव में अपने ब्राह्मण चेहरों में से एक बनाने का फैसला लिया है। यूपी बीजेपी में जहां योगी सरकार के खिलाफ चल रही ब्राह्मण विरोध की खबरों ने हड़कंप मचा रखा है वही 8 महीने पूर्व BJP केंद्रीय संगठन द्वारा लिए गए इस फैसले ने पार्टी को कुछ राहत जरूर दी है। हालांकि जितिन प्रसाद बीजेपी के लिए ब्राह्मण वोटों में कितना इजाफा कर पाएंगे या कहना अभी मुश्किल है लेकिन इतना तो तय है बीजेपी के इस शॉट ने कांग्रेस को दिन में तारे दिखा दिए हैं। यूपी के अवध क्षेत्र में जितिन लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर और लखीमपुर जैसे जिलों में काफी प्रभावी माने जाते हैं। उनको आम जनता के बीच एक साफ-सुथरी छवि के नेता के रूप में देखा जाता रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जितिन के आने के बाद क्या ब्राम्हण बीजेपी से अपनी नाराजगी दूर करेगा?

2 साल पहले भी बीजेपी में हुई थी जितिन के जाने की चर्चा
लखनऊ। जितिन प्रसाद लगभग 2 वर्ष पूर्व भी भाजपा में जाने का पूरा मन बना चुके थे। उस वक्त किसी तरह प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा जितिन प्रसाद को पार्टी न छोड़ने के लिए मनाया गया था लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में हार के बाद जितिन प्रसाद को अपना राजनीतिक भविष्य संकट में नजर आने लगा। सूत्रों की मानें तो उन्होंने कई बार कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व में यह बात रखने का प्रयास किया कि कांग्रेस में बड़े रिसफल की आवश्यकता है। यदि पार्टी को आगे बढ़ाना है इसके लिए कई बड़े कदम उठाने होंगे। इस बात पर कांग्रेस का एक धड़ा जितिन से नाराज भी दिखा। इसको जितिन प्रसाद के द्वारा किये जा रहे विरोध के तौर पर देखा जाने लगा। लिहाजा कांग्रेस में ही जितिन प्रसाद अलग-अलग परिस्थितियों में अपने आप को देखने लगे और विधानसभा यूपी के चुनाव से कुछ माह पूर्व ही उन्होंने एक बड़ा फैसला बीजेपी में शामिल होने का ले लिया।

पश्चिम बंगाल की तरह यूपी में भी बीजेपी ने शुरू कर दी उठापटक लखनऊ। पश्चिम बंगाल चुनाव से पूर्व भी भारतीय जनता पार्टी द्वारा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराया गया था। जो टीएमसी के लिए बड़ा टर्निंग प्वाइंट के रूप में देखा जाने लगा था, लेकिन टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी की राजनीति आगे बीजेपी के सारे फैसले धराशाई साबित हुए और करारी हार का सामना भी भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में करना पड़ा। वहीं बीजेपी उत्तर प्रदेश में भी इसी पैटर्न पर काम करना शुरू कर दी है। भाजपा में जिस तरीके से ब्राह्मण विरोध की खबरें तूल पकड़ रही हैं तो वही इसको कुछ ठंडा करने के लिए बीजेपी बड़ा फैसला ले चुकी है। लिहाजा जितिन प्रसाद आने वाले समय में बड़ी भूमिका में नजर आने वाले हैं।

Related Articles

Back to top button