डीजीपी साहब सुनिए: यूपी के सीतापुर में 10 दिन में 3 नाबालिगों का हुआ अपहरण!



पंकज कश्यप/अभिषेक श्रीवास्तव
सीतापुर। एक तरफ यूपी बीजेपी में घमासान मचा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ अफसरशाही बेलगाम है। यह हम नहीं कह रहे यह यूपी सरकार के मंत्री, विधायक ही कह रहे हैं। जिन्होंने अभी कुछ दिन पहले BJP केंद्रीय नेतृत्व से आए वरिष्ठ नेता बीएल संतोष से अपनी शिकायत के रूप में काफी कुछ दर्द बयां किया। वही इन सबके बीच यूपी के अलग-अलग जिलों में अपराध बेलगाम होता जा रहा है और खासकर महिला अपराधों में बाढ़ की स्थिति आ गई है और कुछ ऐसी ही खबरें यूपी के सीतापुर से आ रही है। जहां बीते 10 दिनों में तीन नाबालिग युवतियों का अपहरण हुआ। जिनमें से पुलिस ने दो युवतियों की बरामदगी कर ली है और एक की तलाश अभी जारी है।
सीतापुर के थाना रामकोट इलाके के बरसोहिया गांव की रहने वाली एक नाबालिग युवती 28 मई को अपनी ननिहाल से घर आ रही थी। उसी दौरान रास्ते से 3 दबंगों ने युवती को गाड़ी में बैठा लिया और किसी अज्ञात स्थान पर ले गए। जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। युवती ने अपने अपहरण की सूचना खुद अपने मोबाइल से एक मैसेज करके अपने पिता को दी। जिसमें उसने बताया कि उसे एक बंद कमरे में रखा गया है। वह उस जगह और लोगों को नहीं जानती है और जल्द ही उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ होने वाला है। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही पिता ने स्थानीय थाने में एक तहरीर दी। जिसके आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। वही सवाल यह कि इस घटना को 6 दिन होने को आ रहे हैं लेकिन अभी तक युवती की तलाश पुलिस नहीं कर सकी है। वही परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। उधर पुलिस का कहना है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है और जांच जारी है।



वहीं इस घटना से दो दिन पूर्व सीतापुर के ही हरगांव थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी से दो नाबालिग युवतियों को उनके घर से जबरन उठाया गया। इस दौरान विरोध करने पर युवतियों के पिता की जमकर पिटाई भी आरोपियों ने की और युवतियों को अपने साथ ले गए। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 363, 366 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की माने तो एक युवती को अगले दिन आरोपी के साथ बरामद कर लिया गया। तो वही उसकी दूसरी बहन को अगले दिन आरोपी के साथ लखनऊ से बरामद किया गया। पुलिस ने फिलहाल इस मामले में भी मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी और 2 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि योगी सरकार के तमाम दावों के बाद भी सीतापुर में महिला अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे और नाबालिग युवतियों के साथ इस तरीके की बड़ी घटनाएं थम नहीं रही। वह भी तब जब आए दिन होने वाली मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इस बात को लेकर तमाम तरीके के दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए जाते हैं।
गंभीर मामलों पर कैमरे पर सीतापुर पुलिस नही देती जल्दी बयान
सीतापुर। इन दोनों ही घटनाओं को लेकर जब मीडिया ने पुलिस अधीक्षक व अन्य पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर उनका पक्ष और इसमें इन मामलों पर अब तक होने वाली कार्रवाई को लेकर जानने की कोशिश की तो पुलिस के अधिकारियों ने कैमरे के पर आकर कोई भी जवाब देने से टालामटोली शुरू कर दी।