स्वास्थ्य विभाग में प्रधान सहायक का कार्य कर रहे हैं वरिष्ठ सहायक कर्मचारी, मोटी कमाई को लेकर चल रहा है बड़ा खेल !

लखनऊ। स्वास्थ विभाग सीतापुर की कहानी भी अजीबोगरीब है यहां जिस पद के लोगों को कार्य करना चाहिए वह ना करके सबसे निम्न स्तर के पद वाले कर्मचारी एकाउंट्स डिपार्टमेंट का कार्य संभाल रहे हैं जबकि प्रधान सहायक के रहते हुए भी उन्हें कार्य करने नहीं दिया जा रहा है।
मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के सीएमओ कार्यालय का है। जहां अकाउंट के पटल पर वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सहायक वर्षों से एक ही कुर्सी पर जमे हुए हैं और प्रधान सहायक का कार्य संभाल रहे हैं जबकि सीएमओ कार्यालय के स्टेट बजट का कार्य प्रधान सहायक के के मिश्रा जिनकी सीएमओ कार्यालय में तैनाती हुई है उन्हें करना चाहिए लेकिन सूत्रों की माने तो उन्हें आज तक बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं उपलब्ध कराई गई ना ही उनसे कोई कार्य कराया गया।
जबकि वर्तमान में सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सहायक कर्मचारियों द्वारा स्टेट बजट को देखा जा रहा है यदि हम स्टेट बजट के अनुदान संख्या 32, 35,36 कि यदि हम बात करें तो अनुदान संख्या 32 को लेखाकार मनीष गोंड देख रहे हैं। \
जबकि 35 और 36 को आनंद कमल मिश्रा के द्वारा वर्षों से देखा जा रहा है। जबकि लेखाकार का कार्य केवल बिलों को वैरिफाई करके उसका परीक्षण करने और उसे सीएमओ से करवाकर आगे बढ़ाना होता है लेकिन वह स्टेट बजट का अनुदान संख्या 32 देख रहे है जिसका करोड़ो रूपये का जिले में बजट आता है। जबकि आनंद कमल मिश्रा जोकि अनुदान संख्या 35 और 36 देख रहे है जिसमे करोड़ों रुपये का बजट प्रति वर्ष आता है।
नियमों की अगर बात करें तो यह बजट प्रधान सहायक को देखना चाहिए लेकिन प्रधान सहायक को पोस्ट तो कर दिया गया लेकिन आज तक उनसे कोई कार्य नहीं लिया गया यह पूरा खेल स्टेट बजट को लेकर सीएमओ कार्यालय में रचा गया है ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है लेकिन कोई भी कार्रवाई इस मामले में आज तक किसी भी अधिकारी ने नहीं करी वहीं इस मामले में सीएमओ सीतापुर डॉक्टर मधु गैरोला का कहना है कि अभी 31 बाबू के ट्रांसफर शासन से हुए हैं अब नए लोग आएंगे तब देखते हैं उन्होंने यह भी कहा कि के के मिश्रा को वह नहीं जानती है यह मामला देखेंगी और नए बाबुओं के आने पर उनसे कार्य लिया जाएगा।