कर्मचारी अस्पताल से रहते है नदारद लेकिन धड़ल्ले से निकल रही सैलरी ! हाल ए दस्तूर-सीएचसी लहरपुर

सीतापुर।सीतापुर का एक ऐसा सरकारी अस्पताल जहाँ कर्मचारी अस्पताल से नदारद रहते है लेकिन अधिकारियों की मेहरबानी से उनकी सैलरी धड़ल्ले से निकल रही है। जी हाँ हम बात कर रहे है लहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की।

आपको बता दें कि केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार द्वारा गरीब मरीजों की सुविधाओं का ध्यान देने के लिए तमाम सी योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसके लिए अस्पतालों में नेशनल हेल्थ मिशन योजना में संविदा के तहत तमाम कर्मचारी भी रखे गए है । हांलांकि इस योजना की यदि बात करें तो इसमें बीपीएमयू स्टाफ,आरबीएसके स्टाफ, आयुष,आरकेएसके जैसी तमाम योजनाओं के तहत जनपद की प्रत्येक सीएचसी पर कर्मचारियों की भर्ती हुई है जिनका दायित्व गरीब मरीजों तक सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए रखा गया है जिससे गांव गांव तक स्वास्थ सुविधाएं बरकरार रहें लेकिन संविदा कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद रहते है।


सूत्रों की माने तो लहरपुर सीएचसी के कुछ संविदा कर्मचारी राजधानी लखनऊ से सप्ताह में एक या दो बार अस्पताल आते है और लैपटॉप के सहारे लखनऊ या अपने घरों से कार्य कर रहे है जबकि इनकी ड्यूटी के समय की बात करे तो इनका अनुबंध ऑफिस टाइम यानी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक के लिए रखा गया है।


वहीं नेशनल हेल्थ मिशन के कुछ कर्मचारियों का तो यहां हाल ऐसा है कि महीने में एक या 2 बार अस्पताल में आ जाते है। जिसकी वजह से अस्पताल की आशाएं, एएनएम, के पेमंट काफी समय से रुके रहते है और संविदा कर्मचारियों के इस रवैये से लोग काफी परेशान है। लेकिन रवैया चाहे जैसा भी हो लेकिन इन कर्मचारियों की सैलरी अस्पताल अधीक्षक के द्वारा प्रत्येक माह समय से पूर्ण उपस्थिति सीएमओ कार्यालय भेज दी जाती है। जिससे इनकी सैलरी समय पर निकल जाती है।

अब सवाल उठता है कि यदि वे समय से रोजाना अस्पताल नही आते तो उनकी एब्सेंट क्यों नही लगाई जाती ? इस सवाल पर अपना नाम ना छापने की शर्त पर एक कर्मचारी ने कहा कि इस लहरपुर अस्पताल में दोपहर 2 बजे के बाद एक डॉक्टर और एक फार्मासिस्ट के अलावा कोई यहां नही रुकता सब अस्पताल छोड़कर भगवान भरोसे चले जाते है ।जब परमानेंट स्टॉफ नही रुकता यहाँ तो संविदा कैसे रुक जाएगा। क्योंकि यहां के अधिकारियों के अंडर में ही संविदा स्टॉफ है।

कुल मिलाकर लहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि यहाँ की स्थिति बद से बदत्तर बनी हुई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की माने तो ऐसा ही हाल परसेंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी बना हुआ है।

वहीं इस मामले में एडिशनल सीएमओ डॉ कमलेश चंद्रा से बात हुई उन्होंने कहा कि इस मामले का संज्ञान लिया जाएगा और किसी भी दिन सीएचसी लहरपुर को चेक किया जाएगा यदि ऐसी कोई कमी पाई जाती है तो कड़ी कार्रवाई होगी

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