DRDO की नई एयर लॉन्च क्रूज मिसाइल से बढ़ेगी भारतीय वायुसेना की ताकत

Su-30MKI, राफेल और तेजस से होगी लॉन्च; ब्रह्मोस-NG से हल्की और सस्ती होगी यह अगली पीढ़ी की मिसाइल
नई दिल्ली | भारतीय रक्षा प्रणाली में जल्द ही एक और घातक हथियार जुड़ने जा रहा है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) इस समय एक नई एयर लॉन्च सबसोनिक क्रूज मिसाइल पर तेजी से काम कर रहा है, जो दुश्मन के एयरबेस, कमांड सेंटर और लॉजिस्टिक हब जैसे अहम ठिकानों को 600 किलोमीटर दूर से सटीकता से निशाना बना सकेगी।
यह मिसाइल DRDO की मौजूदा ITCM (Indigenous Technology Cruise Missile) पर आधारित है, लेकिन इसका इस्तेमाल जमीन के बजाय हवा से लॉन्च करने के लिए किया जाएगा। यानी यह मिसाइल लड़ाकू विमानों के ज़रिए दागी जाएगी, जिससे यह ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी के लिहाज से और भी ताकतवर बन जाएगी।
मिसाइल की खासियतें: ताकत, रेंज और सटीकता का मेल
- रेंज: 600 किलोमीटर तक लक्ष्य भेदने की क्षमता
- लॉन्च प्लेटफॉर्म: Su-30MKI, राफेल, मिग-29, तेजस और आने वाला AMCA
- इंजन: भारत में बना माणिक टर्बोफैन इंजन, खासतौर पर अपग्रेडेड
- नेविगेशन: इनर्शियल और सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम
- सटीकता: दुश्मन के रडार और एयर डिफेंस से बचने के लिए नीची उड़ान
- बूस्टर की आवश्यकता नहीं: एयर-लॉन्च की वजह से पहले से ऊंचाई और गति मिलती है
कम कीमत में ज्यादा पावर: क्यों खास है यह मिसाइल?
DRDO की यह नई मिसाइल ब्रह्मोस-NG जैसी मिसाइलों के मुकाबले हल्की और किफायती होगी। जबकि ब्रह्मोस-NG की रफ्तार Mach 3.5 है, यह नई मिसाइल सबसोनिक होगी, यानी धीमी लेकिन लंबी दूरी तक जाने और बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए उपयुक्त।
इसकी कम लागत भारतीय वायुसेना को इसकी बड़ी संख्या में तैनाती का मौका देगी, जिससे रेंज और फ्लेक्सिबिलिटी दोनों बढ़ेगी। यह मिसाइल भारतीय सेना की “Multiple Strike Capability” को मजबूत करेगी।
2025 के अंत तक हो सकती है पहली टेस्टिंग
सूत्रों के मुताबिक, DRDO इस मिसाइल की पहली टेस्टिंग 2025 के अंत तक कर सकता है। चूंकि यह पहले से टेस्ट हो रही ITCM मिसाइल पर आधारित है, इसलिए इसका विकास अपेक्षाकृत तेज़ गति से हो रहा है।
अगर परीक्षण सफल होते हैं और इंडक्शन प्रक्रिया में देरी नहीं हुई, तो यह मिसाइल 2027 तक भारतीय वायुसेना की सीमित यूनिट्स में ऑपरेशनल हो सकती है।
भारत की रक्षा क्षमताओं में DRDO द्वारा विकसित की जा रही नई एयर लॉन्च क्रूज मिसाइल एक बड़ी छलांग मानी जा रही है। यह तकनीकी दृष्टि से आधुनिक, लागत में प्रभावी और सामरिक दृष्टि से बेहद अहम हथियार है। इसके ऑपरेशनल होने से भारतीय वायुसेना को दुश्मन की रणनीति का जवाब देने के लिए एक लचीला, सटीक और दमदार विकल्प मिल जाएगा।