बिजनौर में दिल दहला देने वाली घटना: कर्ज से परेशान परिवार ने खाया जहर

बिजनौर ।कर्ज के बोझ और आर्थिक तंगी ने एक पूरे परिवार को ऐसा तोड़ दिया कि उन्होंने सामूहिक रूप से मौत को गले लगाने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नूरपुर थाना क्षेत्र के टेंडरा गांव में एक परिवार के चार सदस्यों ने एक साथ जहर खा लिया। इस दर्दनाक घटना में मां और एक बेटी की मौत हो गई, जबकि पिता और दूसरी बेटी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना मंगलवार की है। टेंडरा गांव में रहने वाला पुखराज नामक व्यक्ति लंबे समय से साहूकारों से लिए गए कर्ज को लेकर मानसिक तनाव में था। बताया जा रहा है कि परिवार पर देनदारी का दबाव इतना बढ़ चुका था कि उन्होंने सामूहिक आत्महत्या का फैसला कर लिया।
पुखराज ने अपनी पत्नी रमेशिया, बड़ी बेटी अनीता और छोटी बेटी सुनीता के साथ जहर खा लिया। जहर खाने के बाद रमेशिया और अनीता की मौके पर ही मौत हो गई। पुखराज और सुनीता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें मेरठ रेफर किया गया है। दोनों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
घटना के बाद गांव में पसरा मातम
जैसे ही इस घटना की खबर इलाके में फैली, गांव में मातम छा गया। ग्रामीण इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं। लोगों का कहना है कि परिवार लंबे समय से परेशान था लेकिन किसी ने यह कल्पना भी नहीं की थी कि वे इतना बड़ा कदम उठा लेंगे।
पुलिस पहुंची मौके पर, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में आर्थिक तंगी और कर्ज का दबाव ही आत्महत्या की वजह माना जा रहा है।
जिम्मेदार कौन?
यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के उस दर्दनाक पहलू को उजागर करती है जहां आर्थिक दबाव और कर्ज वसूली का अमानवीय रवैया आम आदमी को मौत की ओर धकेल देता है। सवाल ये है कि क्या समय रहते सरकारी या सामाजिक मदद मिल पाती तो क्या यह परिवार बचाया जा सकता था?