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“ड्रैगन यान से ISS पहुंचे भारतीय एस्ट्रोनॉट, बोले – एक बच्चे की तरह सब कुछ सीख रहा हूं”

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने Axiom-4 मिशन के तहत इतिहास रच दिया है। SpaceX का ड्रैगन अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया है। इसके साथ ही शुभांशु शुक्ला भी अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंच चुके हैं और वहां से उन्होंने एक भावुक और प्रेरणादायक संदेश भी साझा किया।

 “अंतरिक्ष से नमस्कार!”

अपने वीडियो संदेश में शुभांशु शुक्ला ने मुस्कुराते हुए कहा:“अंतरिक्ष से नमस्कार! मैं एक बच्चे की तरह यहां चलना और खाना सीख रहा हूं। मैं बहुत सो रहा हूं। यह छोटा लगता है, लेकिन भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की दिशा में एक स्थिर और ठोस कदम है।”उनके इस भावनात्मक संदेश ने देशभर में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ा दी है।

 राकेश शर्मा के बाद फिर लहराया तिरंगा

भारतीय वायुसेना ने इस मौके पर ट्वीट कर कहा:“ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ऐतिहासिक यात्रा पर निकले हैं। पृथ्वी से बाहर तिरंगा लहराने वाले स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा के मिशन के 41 साल बाद यह एक गौरवशाली पल है।”

1984 में राकेश शर्मा भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बने थे। अब 41 साल बाद भारत का कोई अंतरिक्ष यात्री फिर से तिरंगे के साथ अंतरिक्ष में पहुंचा है।

 राजनाथ सिंह ने दी शुभकामनाएं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों को बधाई देते हुए कहा:“भारत सहित चार देशों के अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाला यह मिशन मील का पत्थर साबित होगा। देश को उन पर गर्व है। उन्हें और उनके साथियों को ढेर सारी शुभकामनाएं।”

 14 दिन का मिशन

शुभांशु शुक्ला ISS पर 14 दिन बिताएंगे, जहां वे:

  • माइक्रोग्रैविटी में अनुसंधान
  • जैविक और पर्यावरणीय प्रयोग
  • भारत के भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए डेटा इकट्ठा

जैसे महत्वपूर्ण कार्य करेंगे।

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