अवैध धर्मांतरण का सरगना निकला आतंकी साजिशकर्ता, जलालुद्दीन उर्फ छांगुर पर गंभीर आरोप

लखनऊ | उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के नाम पर बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। मुख्य आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एबीपी न्यूज के पास मौजूद एफआईआर की कॉपी के मुताबिक, छांगुर केवल धर्मांतरण ही नहीं बल्कि आतंकी ट्रेनिंग कैंप भी संचालित करता था। आरोप है कि उसे विदेशी फंडिंग भी मिलती थी और उसने देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रची थी।
आतंकी ट्रेनिंग कैंप का संचालन और विदेशी मदद
एफआईआर में दावा किया गया है कि छांगुर ने इस्लामिक मूवमेंट के लिए एक विशेष टीम बनाई थी। वह नेपाल सीमा से सटे इलाकों में धर्मांतरण के अड्डे खोलना चाहता था। उसके कार्यक्रमों में तकरीर के दौरान ऐसे पर्चे बांटे जाते थे जिनसे यह आकलन किया जा सके कि युवाओं में जिहादी सोच कितनी प्रबल है।
छांगुर चिह्नित युवाओं को पैसों का लालच देकर अपने संगठन से जोड़ता था। यूपी एसटीएफ द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, यह पूरी साजिश एक बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है।
मझगंवा गांव में मदरसे के जरिए कट्टरता फैलाने का आरोप
छांगुर ने उत्तर प्रदेश के मझगंवा गांव में “दारुल उलूम गुफा” नाम से एक मदरसा बनवाया था। यहां गरीब हिंदू और मुस्लिम बच्चों को निशाना बनाकर कट्टर इस्लामिक शिक्षा दी जाती थी। एफआईआर में कहा गया है कि इस मदरसे के जरिए भारत सरकार विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था।
विदेशी नागरिकों की आवाजाही, पाकिस्तानी मदद के प्रमाण
एफआईआर के अनुसार, छांगुर के मदरसे में विदेशी नागरिकों की आवाजाही होती थी, जिनमें कुछ पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा आर्थिक सहायता मिलने के प्रमाण मिले हैं। इन नागरिकों के भारत में आने-जाने में वीजा नियमों का उल्लंघन भी सामने आया है।
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
छांगुर पर देशद्रोह, धर्मांतरण कानून का उल्लंघन, FCRA (विदेशी अनुदान विनियमन अधिनियम) का उल्लंघन, महिला उत्पीड़न और आपराधिक षड्यंत्र जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
छांगुर के आतंकी कनेक्शन उजागर होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई हैं। मामले को हर एंगल से खंगाला जा रहा है और उसके संपर्क में आने वाले अन्य लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।