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निमिषा प्रिया की फांसी, रूस से तेल, डिपोर्टेड भारतीय: विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में उठे कई अहम मुद्दे

नई दिल्ली | विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक अहम प्रेस ब्रीफिंग में भारत की विदेश नीति से जुड़े कई संवेदनशील मामलों पर जानकारी दी। इसमें यमन में मौत की सजा झेल रहीं निमिषा प्रिया का मामला, रूस से तेल खरीद पर नाटो प्रमुख की चेतावनी, भारत-अमेरिका व्यापार समझौता और अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों के आंकड़े जैसे मुद्दे शामिल थे।

निमिषा प्रिया की फांसी के मामले पर सरकार की कोशिशें

प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि यमन में फांसी की सजा पाने वाली भारतीय महिला निमिषा प्रिया के मामले में भारत सरकार हरसंभव मदद दे रही है। उन्होंने कहा,

“हमने कानूनी सहायता उपलब्ध कराई है और परिवार की मदद के लिए एक वकील नियुक्त किया है। स्थानीय अधिकारियों और परिवार के साथ हम लगातार संपर्क में हैं। समाधान के लिए अतिरिक्त समय देने के कई प्रयास किए गए हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार कुछ मित्र देशों के संपर्क में भी है, ताकि इस मामले में बेहतर समाधान निकाला जा सके।

नाटो प्रमुख की चेतावनी पर भारत का जवाब

नाटो प्रमुख द्वारा रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की बात पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।

“हमने नाटो प्रमुख की टिप्पणी पर रिपोर्ट देखी है। भारत किसी भी दोहरे मापदंड के खिलाफ आगाह है। अपनी जनता की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है,” प्रवक्ता ने कहा।


अमेरिका से 1563 भारतीय नागरिक डिपोर्ट

रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि इस साल 20 जनवरी से 16 जुलाई 2025 के बीच अमेरिका से 1,563 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया गया है। इनमें से अधिकांश नागरिक कमर्शियल फ्लाइट्स के ज़रिए वापस लौटे हैं।

भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर बातचीत जारी

प्रेस ब्रीफिंग में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते (ट्रेड डील) पर भी बात हुई। प्रवक्ता ने बताया कि दोनों देशों के बीच इस विषय पर सक्रिय बातचीत जारी है, और प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में एक गंभीर आपराधिक मामले में गिरफ्तार एक भारतीय नागरिक की स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए है।

“हम विदेश यात्रा पर जाने वाले सभी भारतीयों से अपील करते हैं कि वे संबंधित देश के कानून, नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करें।”

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