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जयपुर में बोले अमित शाह: भारत की सीमा, नागरिक या सेना से छेड़छाड़ की तो भुगतने होंगे अंजाम

जयपुर | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जयपुर के दादिया गांव में आयोजित सहकार एवं रोजगार उत्सव को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत की सुरक्षा, सहकारिता, अर्थव्यवस्था और कांग्रेस के कार्यकाल पर तीखा हमला बोला। शाह ने दो टूक कहा कि अब पूरी दुनिया जान चुकी है कि भारत के नागरिक, सेना या सीमा से छेड़छाड़ करना भारी पड़ सकता है।

“मोदी ने भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाया”

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपनी सैन्य ताकत और निर्णायक नेतृत्व का परिचय दिया है।

“उरी हमला हुआ तो सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा में हमला हुआ तो एयर स्ट्राइक की गई और हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों को घुसकर मारा गया,” उन्होंने कहा।

शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके शासनकाल में लगातार आतंकी हमले होते थे और देश असुरक्षित महसूस करता था। लेकिन मोदी सरकार ने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा देश

गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित, सुरक्षित और समृद्ध भारत का सपना हकीकत में बदलने का काम किया है।
उन्होंने कहा,

“आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और 27 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का काम हो चुका है।”

राजस्थान सरकार की जमकर तारीफ

जयपुर में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री ने भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कम समय में कई बड़े काम किए हैं:

  • पेपर लीक माफिया के खिलाफ एसआईटी गठित कर सख्त कार्रवाई की।
  • 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर एमओयू साइन किए।
  • 3 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है।
  • पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर जनता को राहत दी गई।

सहकारिता के लिए अगले 100 साल का लक्ष्य

अमित शाह ने सहकारिता क्षेत्र की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा,

“पिछले 100 सालों में सहकारिता ने देश के विकास में योगदान दिया है और आने वाले 100 साल सहकारिता के होंगे।”

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्र सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की है और पिछले चार वर्षों में इसमें 61 नई पहल की गई हैं, जिससे हर गांव, गरीब और किसान को जोड़ा जा सके।

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