यूपी पुलिस का दावा: 2017 से अब तक 30 हज़ार से ज्यादा अपराधी मुठभेड़ों में गिरफ्तार

लखनऊ | उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि पिछले आठ वर्षों में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने बताया कि साल 2017 से लेकर अब तक कुल 30,694 अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 9,467 को गोली उनके पैर में लगी है, जबकि 238 अपराधी पुलिस मुठभेड़ों में मारे गए हैं।
आंकड़ों में देखें पुलिस का दावा
- कुल मुठभेड़ की कार्रवाई (2017–2025): 14,973
- गिरफ्तार अपराधी: 30,694
- पैर में गोली खाने वाले अपराधी: 9,467
- मुठभेड़ में मारे गए अपराधी: 238
ज़ोनवार पुलिस कार्रवाई
ज़ोन | गिरफ्तार अपराधी | घायल (गोली लगी) |
---|---|---|
मेरठ | 7,969 | 2,911 |
आगरा | 5,529 | 741 |
बरेली | 4,383 | 921 |
वाराणसी | 2,029 | 620 |
मेरठ ज़ोन में सबसे ज्यादा मुठभेड़ें दर्ज की गईं, जहां करीब 8 हज़ार अपराधियों को गिरफ़्तार किया गया और लगभग 3 हज़ार घायल हुए।
क्या कहती है पुलिस?
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा:
“हमारी प्राथमिकता प्रदेश को अपराध मुक्त बनाना है। जिन अपराधियों ने पुलिस पर हमला किया, जवाबी कार्रवाई में उन्हें चोट लगी है।”
विपक्ष ने उठाए सवाल
हालांकि, विपक्षी दलों ने पुलिस की इस रणनीति पर सवाल उठाए हैं। कई मानवाधिकार संगठनों और राजनीतिक नेताओं ने “फर्जी मुठभेड़ों” और “कानून के दायरे से बाहर कार्रवाई” को लेकर चिंता जताई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह आंकड़ा योगी सरकार की ‘ठोक दो नीति’ की पुष्टि करता है, जिसका समर्थन भाजपा ने 2017 के चुनावों से ही करना शुरू किया था।