प्रियंका गांधी का केंद्र पर हमला: TRF ने 5 साल में किए 25 आतंकी हमले

लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर चल रही बहस के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार की तैयारियों, खुफिया तंत्र और आतंकी संगठन TRF को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। प्रियंका गांधी ने पूछा – “आख़िर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?”
उन्होंने कहा कि TRF (The Resistance Front) ने साल 2020 से 2025 तक जम्मू-कश्मीर में 25 से ज्यादा आतंकी हमले किए, जिनमें दर्जनों नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान गई, लेकिन सरकार को इसकी भनक तक नहीं लगी।
“TRF ने 25 हमले किए, सरकार को नहीं लगी खबर”
प्रियंका गांधी ने कहा, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी कुछ ही दिन बाद TRF नामक आतंकी संगठन लेता है। यह संगठन 2019 में बना और 2020 में सक्रिय हुआ। इसके बाद से लेकर 22 अप्रैल 2025 तक इसने 25 बड़े आतंकी हमले किए।”
उन्होंने कहा कि इन हमलों में अब तक 41 सुरक्षाकर्मियों और 27 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 54 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने विशेष तौर पर 2024 के रियासी हमले का जिक्र किया, जिसमें 9 लोगों की जान गई और 41 घायल हुए थे।
“3 साल तक TRF को क्यों नहीं घोषित किया आतंकी संगठन?”
प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया कि अगर TRF 2020 से आतंकी गतिविधियां कर रहा था, तो उसे आतंकी संगठन घोषित करने में 3 साल क्यों लगे? उन्होंने कहा, “2020, 2021, 2022 में TRF को आतंकी संगठन घोषित नहीं किया गया, 2023 में जाकर इसे आतंकी संगठन का दर्जा मिला। क्या सरकार को इसकी जानकारी नहीं थी? या जानकारी होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की गई?”
“हमला कैसे हुआ – इसका जवाब किसी के पास नहीं”
उन्होंने सत्तापक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तो एक घंटे तक आतंकवाद, रक्षा नीति और इतिहास की बातें कीं, लेकिन यह नहीं बताया कि हमला कैसे हुआ।
प्रियंका ने कहा, “इतिहास की बात आप करते रहिए, हम वर्तमान की बात कर रहे हैं। पाकिस्तान में साजिश रची गई और हमारी एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी। क्या ये एजेंसियों की नाकामी नहीं है?”
“किसने ली जिम्मेदारी? किसी ने इस्तीफा दिया?”
कांग्रेस सांसद ने कहा कि इतनी बड़ी आतंकी घटना के बावजूद किसी अधिकारी ने इस्तीफा नहीं दिया। उन्होंने सीधे तौर पर सवाल उठाया कि “क्या आईबी चीफ ने इस्तीफा दिया? क्या गृह मंत्री ने जिम्मेदारी ली?”
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा का दायित्व केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय का होता है, लेकिन यहां किसी ने जवाबदेही नहीं ली। उन्होंने कहा कि सरकार खामोश है और जिम्मेदारी से भाग रही है।
संसद में प्रियंका गांधी का यह बयान सरकार के आतंकवाद के खिलाफ रवैये और खुफिया व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने TRF जैसे संगठनों को लेकर सावधानी बरतने में हुई देरी को देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया।उनकी यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा सरकार की आतंकवाद से निपटने की रणनीति पर जारी आलोचना को और तेज कर सकती है।