यूपी मॉडल की छाया में बिहार चुनाव: योगी के बुलडोजर और विकास की राजनीति बन रही मुद्दा

पटना | 5 नवंबर 2025 — बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में इस बार उत्तर प्रदेश का सियासी असर साफ नजर आ रहा है। बीजेपी से लेकर समाजवादी पार्टी तक, हर दल यूपी मॉडल का हवाला देते हुए जनता को लुभाने की कोशिश कर रहा है।
योगी का बुलडोजर और विकास मॉडल बना चुनावी हथियार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री और कई मंत्री बिहार में चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं। सभाओं में यूपी के विकास, कानून-व्यवस्था और धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार का जिक्र बार-बार किया जा रहा है।
योगी ने मोहिउद्दीननगर में कहा कि समाजवादी पार्टी ने रामभक्तों पर गोली चलाई थी और कांग्रेस छठ महापर्व पर सवाल उठा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूपी में उन्होंने नाम नहीं, बल्कि काम से पहचान बनाई है। अयोध्या में राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम और प्रयागराज में दिव्य कुंभ इसके उदाहरण हैं।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी भी दी कि अब बिहार में भी माफिया पर बुलडोजर चलेगा, क्योंकि यूपी का बुलडोजर न थमने वाला है, न डरने वाला।
अखिलेश यादव का कटाक्ष: ‘नाम बदलने’ की राजनीति
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूर्वी चंपारण में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में बीजेपी का सफाया तय है। उन्होंने योगी पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी के ‘एकरंगी’ नेता नाम, पोशाक और विचार तक बदल देते हैं।
अखिलेश ने दावा किया कि समाजवादी सरकार ने एक्सप्रेस-वे जैसी सड़कें बनाईं, जबकि बीजेपी ने उनकी नकल की और भ्रष्टाचार जोड़ा। उन्होंने कहा कि वे और तेजस्वी यादव मिलकर यूपी-बिहार को दिल्ली से जोड़ने का विजन लेकर चल रहे हैं।
बिहार बना यूपी रणनीति का परीक्षण केंद्र
बिहार और पूर्वांचल की सामाजिक-सांस्कृतिक समानता इस बार के चुनाव को दिलचस्प बना रही है। न्यूज एजेंसी IANS के अनुसार, यूपी अगले साल चुनावी मोड में जाएगा, इसलिए बीजेपी और सपा दोनों बिहार में अपनी छवि मजबूत करने की कोशिश में हैं।
यूपी में निवेश और कानून व्यवस्था की धारणा ने बिहार


