भीम आर्मी चीफ और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद पर पीएचडी स्कॉलर का गंभीर आरोप, बोलीं- “मेरे साथ भावनात्मक धोखा हुआ”
नई दिल्ली नगीना लोकसभा सीट से सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। इस बार उन पर पीएचडी स्कॉलर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रोहिणी घावरी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर ने उनके साथ भावनात्मक शोषण किया और कई अन्य युवतियों के साथ भी गलत व्यवहार किया है।

स्विट्ज़रलैंड में रहकर कर रही हैं पीएचडी
डॉ. रोहिणी मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली हैं, लेकिन पिछले पांच वर्षों से स्विट्ज़रलैंड में रहकर सामाजिक कार्य और रिसर्च कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में उन्हें एक करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप के तहत उच्च शिक्षा के लिए स्विट्ज़रलैंड भेजा गया, जहां वे अब एक NGO भी चला रही हैं।
उनका नाम तब चर्चा में आया जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN) में दिए गए एक भाषण की शुरुआत “जय श्री राम” के उद्घोष से की थी। यह भाषण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी वायरल हुआ था।
“रिश्ते में थे, लेकिन चंद्रशेखर पहले से शादीशुदा निकले”
रोहिणी के मुताबिक, जब वे चंद्रशेखर आज़ाद के साथ रिश्ते में थीं, तभी उन्हें पता चला कि चंद्रशेखर पहले से शादीशुदा हैं। यह जानकारी उनके लिए भावनात्मक आघात थी। उनका कहना है कि वह अब तक इस मामले में चुप रहीं, लेकिन जब अन्य युवतियों ने भी उनसे संपर्क किया और ऐसे ही आरोप लगाए, तब उन्होंने इस मामले को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया।
“अब कानूनी रास्ता अपनाऊंगी”
डॉ. रोहिणी ने साफ किया कि अब वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगी। उन्होंने कहा,
“मैं अब तक इसलिए चुप रही क्योंकि मुझे डर था कि चुनाव से पहले बोलने से उनके करियर को नुकसान हो सकता है। लेकिन अब जब लोग मुझ पर सवाल उठा रहे हैं और सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं, तो चुप रहना गलत होगा।”
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर चंद्रशेखर को माफ करने की बात कही थी, लेकिन अब उन्होंने कहा कि परिस्थितियाँ बदल चुकी हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद का जवाब: “मैं कोर्ट में दूंगा जवाब”
इन गंभीर आरोपों पर चंद्रशेखर आज़ाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“यह मामला एक महिला के सम्मान से जुड़ा है। मेरे संस्कार मुझे महिलाओं का सम्मान करना सिखाते हैं। अगर यह मामला कोर्ट में गया है, तो मैं भी कोर्ट में ही अपना पक्ष रखूंगा।”
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल
इस पूरे प्रकरण ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है। जहां एक तरफ रोहिणी के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे चुनाव के बाद की राजनीतिक साजिश भी बता रहे हैं। अब देखना होगा कि यह मामला कोर्ट में किस मोड़ पर पहुंचता है।