यूपी के 185 स्वास्थ्य केंद्रों में लगेंगी आधुनिक डेंटल चेयर, ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा बेहतर दंत चिकित्सा उपचार

लखनऊ, 11 जुलाई 2025 – उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में दांतों की बीमारियों के बेहतर इलाज के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के 52 जिलों के 185 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में आधुनिक सुविधाओं से लैस डेंटल चेयर लगाई जाएंगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस परियोजना के लिए 5.18 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है।
🦷 प्रत्येक डेंटल चेयर की लागत 2.80 लाख रुपये
प्रत्येक डेंटल चेयर की लागत लगभग 2.80 लाख रुपये आंकी गई है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी क्षेत्रों में दंत चिकित्सा सेवाओं को सुलभ और उन्नत बनाना है।
जिलावार डेंटल चेयर आवंटन
- अयोध्या और जौनपुर में सबसे ज्यादा 11-11 डेंटल चेयर लगेंगी।
- आजमगढ़, प्रयागराज में 8-8 और कानपुर देहात में 7 चेयर लगाई जाएंगी।
- मेरठ में 10, बहराइच, बिजनौर, कन्नौज, प्रतापगढ़ में 5-5 चेयर लगेंगी।
- ललितपुर, मऊ, गोरखपुर, हापुड़ सहित कई जिलों में 1-1 स्वास्थ्य केंद्र पर चेयर स्थापित की जाएगी।
चिकित्सा संस्थानों में उपकरणों की स्थापना तेज़ी से जारी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में पठन-पाठन एवं मरीजों की सुविधा के लिए 250 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। अब तक संस्थान में 131 प्रकार के चिकित्सकीय उपकरण लगाए जा चुके हैं और 51 उपकरणों की स्थापना जारी है। शेष 41 उपकरणों के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।
SGPGI में 80% उपकरण स्थापित, बाकी जल्द
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) को बेहतर इलाज और मेडिकल शिक्षा के लिए 100 करोड़ की वित्तीय मंजूरी दी गई है। इनमें से 80% चिकित्सकीय उपकरण स्थापित हो चुके हैं और बाकी 20% जल्द ही लगाए जाएंगे।
एपेक्स ट्रॉमा सेंटर को 30 करोड़ की मंजूरी
एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 46 प्रकार के उन्नत चिकित्सकीय उपकरण लगाए जाने हैं। इनमें से 40 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जबकि बाकी 6 उपकरणों की खरीद के लिए अनुमति दे दी गई है।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण एवं शहरी दोनों इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक और सुलभ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। दंत चिकित्सा के साथ-साथ सामान्य और ट्रॉमा चिकित्सा में भी बड़ी प्रगति हो रही है।