तिरुवनंतपुरम: अमित शाह ने बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन किया, केरल सरकार पर साधा निशाना

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में भाजपा के नए प्रदेश कार्यालय ‘मरारजी भवन’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने पार्टी के दिवंगत नेता के. जी. मरार की कांस्य प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और नए कार्यालय में प्रतिमा की स्थापना भी की।
शाह ने अपने संबोधन में केरल सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने केरल को कांग्रेस शासन की तुलना में कई गुना ज्यादा आर्थिक सहायता दी है।
LDF और UDF दोनों पर साधा निशाना
अमित शाह ने कहा कि केरल की सत्ता में बारी-बारी से आने वाले एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) और यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) ने राज्य को सिर्फ भ्रष्टाचार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार के दौरान कई घोटाले सामने आए, जिनमें विस्फोटक घोटाला, सहकारी बैंक घोटाला, एआई कैमरा घोटाला, पीपीई किट घोटाला, और राज्य प्रायोजित सोने की तस्करी घोटाला प्रमुख हैं।
“बीजेपी कैडर नहीं, केरलम के विकास के लिए प्रतिबद्ध”
अमित शाह ने सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा,“भले ही भाजपा और माकपा दोनों कैडर आधारित पार्टियां हैं, लेकिन हमारे बीच फर्क है। माकपा का केंद्र ‘कैडर कल्याण’ है, जबकि भाजपा का मूल उद्देश्य है ‘विकासशील केरलम’।”उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के तीन दृष्टिकोण ही केरल को आगे ले जा सकते हैं –
- भ्रष्टाचार मुक्त शासन,
- भेदभाव रहित सरकारी योजनाएं,
- राजनीतिक लाभ से ऊपर उठकर समग्र विकास।
“केरल में बदलाव का वक्त है”
अमित शाह ने कहा कि अब समय आ गया है जब केरल की जनता को एलडीएफ और यूडीएफ के विकल्प से बाहर निकलकर भाजपा को मौका देना चाहिए। उन्होंने 2026 के विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए कहा:“अबकी बार केरल में भाजपा-एनडीए की सरकार बनानी है, और यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।”
कार्यकर्ताओं के बलिदान को दी श्रद्धांजलि
शाह ने कहा कि इस नए कार्यालय का उद्घाटन उन हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं के बलिदान को समर्पित है, जिन्होंने “विचारधारा के लिए संघर्ष किया और राज्य में भाजपा की नींव मजबूत की।” उन्होंने केरल को “पवित्र भूमि” बताते हुए आदि शंकराचार्य को भी नमन किया।