10 मिनट की ‘बत्ती गुल’ और 5 करियर आउट – ऊर्जा मंत्री के इवेंट में प्रशासन फेल

उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के मुरादाबाद दौरे के दौरान बड़ी प्रशासनिक चूक सामने आई। रविवार को गांधी पार्क में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान करीब 10 मिनट तक बिजली गुल रही, जिससे मंत्री को मंच पर असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। इस घटना ने न केवल कार्यक्रम की गरिमा को प्रभावित किया, बल्कि बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए।
बिजली गुल, मंच पर मची अफरा-तफरी
20 जुलाई को मुरादाबाद के थाना गलशहीद क्षेत्र स्थित गांधी पार्क में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा और फव्वारे का लोकार्पण करने पहुंचे थे। कार्यक्रम में ऊर्जा सुधार योजनाओं पर जनता से संवाद भी होना था, लेकिन इस बीच 10 मिनट की बिजली कटौती ने आयोजन को झटका दे दिया।
5 अधिकारी निलंबित, विभाग में हड़कंप
घटना के तुरंत बाद पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने सख्त एक्शन लेते हुए 5 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इन अधिकारियों में शामिल हैं:
- अरविंद सिंघल – मुख्य अभियंता (Chief Engineer)
- सुनील अग्रवाल – अधीक्षण अभियंता (SE)
- प्रिंस गौतम – अधिशासी अभियंता (EE)
- राणा प्रताप – उपखंड अधिकारी (SDO)
- ललित कुमार – जूनियर इंजीनियर (JE)
इन सभी पर कार्यक्रम के दौरान बिजली आपूर्ति सुनिश्चित न कर पाने और प्रबंधन में लापरवाही बरतने का आरोप है।
क्या था बिजली गुल होने का कारण?
जांच में पता चला कि कंपनी बाग बिजली घर पर तैनात जेई ललित कुमार ने बिना किसी पूर्व सूचना के टैक्सी स्टैंड बिजली घर की 33,000 KVA लाइन की मरम्मत के लिए सप्लाई बंद कर दी थी।
जबकि स्पष्ट नियमों के अनुसार, वीवीआईपी कार्यक्रमों के दौरान बिजली आपूर्ति में कोई छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए, जब तक कि कोई आपात स्थिति न हो।
MD ईशा दुहन ने कहा – बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही
PVVNL की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने इस घटना को “घोर लापरवाही” करार देते हुए कहा:
“वीवीआईपी कार्यक्रमों के लिए बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और वैकल्पिक योजना (contingency plan) तैयार रखने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में पूरी तरह विफलता पाई गई है।”
उन्होंने यह भी संकेत दिए कि अभी और अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
कड़ी चेतावनी, विभाग में खलबली
इस घटना के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है। सभी जोनों और मंडलों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई गईं तो सीधी जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।