उत्तर प्रदेश

बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह बोले – योगी से 56 साल पुराना रिश्ता, मुलाकात राजनीतिक नहीं

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई मुलाकात को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत थी और इसमें कोई साजिश या खास रणनीति नहीं थी। उन्होंने कहा, “मेरी और योगी जी की 56 साल पुरानी पहचान है। उनसे पारिवारिक और मर्यादित संबंध हैं। हम पहले भी एक-दूसरे का हालचाल पूछते रहे हैं।”

राजनीति से दूर, ज्योतिष में आस्था

बृजभूषण ने कहा कि जनवरी 2023 से उनकी साढ़े साती लग रही है और वे ज्योतिष में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा, “8 जनवरी को योगी जी को बुलाया था, लेकिन जब पता चला कि वे नहीं आ पाएंगे, तो मैंने तय किया कि जब वे बुलाएंगे तभी मिलूंगा। इसके बाद 18 जनवरी को धरना हुआ और मैंने राजनीतिक लोगों से दूरी बना ली।”

“किसी से टिकट नहीं मांगा, कोई नाराजगी नहीं”

पूर्व सांसद ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे करण के लिए भी किसी से टिकट नहीं मांगा। “न किसी से मिला, न किसी को फोन किया। यह मेरी लड़ाई थी, जिसे मैंने अकेले लड़ा। संकट के समय किसी के सामने नहीं गया। मेरी और योगी जी की मुलाकात सिर्फ पारिवारिक थी, राजनीतिक नहीं।”

यूपी में बदलाव की संभावना जताई

सीएम योगी से मुलाकात पर उन्होंने कहा, “तस्वीर नहीं खिंची, शायद सीएम ने हिदायत दी थी कि बातचीत के दौरान कोई डिस्टर्ब न करे। अगर फोटो से ही मुलाकात मानी जाती है, तो फिर मान लीजिए कि मुलाकात नहीं हुई। लेकिन ये एक प्रयोग नहीं था।”

साधु-संतों से जुड़ाव और क्षत्रिय राजनीति पर बयान

बृजभूषण ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, “20 साल की उम्र में मुझे 5 गोलियां लगी थीं। उस समय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ज्ञान दास जी ने मुझे खून दिया था। हनुमान जी और साधु-संतों की कृपा से मैं बचा। योगी जी भी व्यायाम और स्वास्थ्य के शौकीन हैं, हम दोनों का मन भी जुड़ता है। मुझे जातीय राजनीति से तकलीफ होती है, क्षत्रिय यहां 5-6 नंबर पर हैं।”

“मनु को गाली देना फैशन बन गया है”

कांग्रेस और विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “आजकल मनु को गाली देना फैशन बन गया है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव को इससे दिक्कत है। मैं पूछता हूं कि क्या दिक्कत है? आइए मेरे कार्यक्रम में और बताइए। जातियों और महापुरुषों को गाली देना बंद करना होगा। यही कारण है कि कांग्रेस सत्ता से बाहर होती जा रही है।”

एसपी पर पिस्टल और पुराने मामलों पर प्रतिक्रिया

1974 में अपने घर गिराए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “उसी केस में मेरे ऊपर मुकदमा लिखा गया। सुख में कहीं नहीं जाता, लेकिन दुख में जरूर जाता हूं।” एसपी पर पिस्टल तानने और एक मर्डर केस को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा, “ये पुराने विषय हैं, छोड़िए।”

“किसी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से नहीं जुड़ा”

बृजभूषण ने अंत में कहा, “मैं अब स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण पर काम कर रहा हूं। किसी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से नहीं जुड़ा हूं। जो पार्टी मुझे जिम्मेदारी देगी, वो करूंगा। जो होगा देखा जाएगा।”

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