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मोहन भागवत-उमर इलियासी की ऐतिहासिक बैठक: 3.5 घंटे तक चला संवाद

राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत और अखिल भारतीय इमाम संगठन (AIIO) के मुख्य इमाम उमर अहमद इलियासी की मौजूदगी में धार्मिक नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक के बाद इलियासी ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है .अखिल भारतीय इमाम संगठन और राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ का साझा प्रयास से संवाद किया गया. 

उन्होंने कहा, ”पिछली बार भी हमने मोहन भागवत को इमाम हाउस आने के लिए निमंत्रण दिया था और वो हमारे साथ मदरसा भी गए थे. उसी कड़ी में आज ये संवाद हुआ है. देशभर के बड़े इमाम, मुफ्ती, मदरसों के चीफ समेत 60 लोगों ने इस 3.5 घंटे चली बैठक में हिस्सा लिया है. लंबा संवाद होने के बाद तय हुआ हम इस तरह के संवाद और करेंगे.”

संवाद जरूरी-उमर अहमद इलियासी

उमर अहमद इलियासी ने कहा, ”संवाद हर समस्या का हल है! संवाद होते रहना चाहिए! संवाद से गलतफहमी दूर होती है! संवाद से नफ़रत ख़त्म होती है! संवाद से मोहब्बतें बढ़ती हैं! हमारी जातियां, पूजा पद्धति अलग हैं, लेकिन सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है, राष्ट्र सर्वोपरि है.”

सूत्रों ने बताया कि बैठक में वक़्फ़ बोर्ड, लिंचिंग, मदरसों की स्थिति, पहलगाम और SIR जैसे संवेदनशील मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई

गलतफहमियां दोनों तरह हैं- उमर अहमद इलियासी

उन्होंने कहा, ”गलतफहमियां दोनों तरह हैं, उस तरफ और इस तरफ की गलतफहमी है, जिसे दूर किया जाएगा, क्योंकि भारत को विश्व गुरु बनाना है.”

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर इलियासी ने कहा कि संवाद हर समस्या का समाधान है, जहां समस्या है, वहां संवाद है. संवाद की जरूरत है. सीएम ने कहा है कि मौजूदा वृद्धि दर जारी रही तो 2041 तक असम में मुस्लिम जनसंख्या लगभग हिंदुओं के समान हो जाएगी.

बैठक में कौन हुए शामिल?

डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी के नेतृत्व में लगभग 60 मुस्लिम प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी दत्तात्रेय होसबाले, कृष्ण गोपाल, रामलाल और इंद्रेश कुमार मौजूद रहे. मुस्लिम पक्ष से ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मुफ्ती सैयद, शाही इमाम लखनऊ सैय्यद शाह फ़ज़लुल मलन रहमानी, ज़ुबैर गोपलानी शामिल हुए.

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