पीओके अब नहीं तो कब लेंगे- गौरव गोगोई ने सरकार से पूछा

नई दिल्ली | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई सैन्य कार्रवाई पर बयान देने के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर तीखे सवाल दागे। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार का दुश्मन नहीं है, लेकिन सच्चाई सामने आनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस मसले पर सीधी जवाबदेही लें।
“हम सरकार के साथ, लेकिन सच्चाई छुपाई जा रही है”
गौरव गोगोई ने लोकसभा में कहा—
“हम आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ हैं, लेकिन हम जानना चाहते हैं कि सच क्या है? 10 मई को सीजफायर क्यों हुआ? पहले 21 टारगेट चुने गए थे, फिर सिर्फ 9 पर ही क्यों कार्रवाई हुई?”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने एकजुट देश की भावनाओं का सम्मान नहीं किया।
“अगर पाकिस्तान झुकने को तैयार था, तो आप क्यों रुके?”
गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा—
“अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आपने कार्रवाई क्यों रोकी? क्या आपने किसी दबाव में आकर सरेंडर किया?”
उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकवाया था।
“युद्ध क्यों नहीं होना चाहिए था?”
गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा कि भारत का मकसद युद्ध नहीं था। इस पर उन्होंने पलटवार करते हुए पूछा—
“क्यों नहीं था? होना चाहिए था। अगर हम अभी पीओके नहीं लेंगे तो कब लेंगे?”
सैन्य क्षमता और चीन-पाक गठजोड़ पर भी उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद ने देश की सैन्य क्षमताओं पर भी चिंता जताई और कहा—
“सीडीएस को यह क्यों कहना पड़ा कि हमारे लड़ाकू विमान रेंज में नहीं जा सकते? क्या पास से हमला करना संभव नहीं था?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान को चीन का पूरा समर्थन था और लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह के बयान का हवाला दिया, जिसमें कहा गया कि चीन पीछे से पाकिस्तान को सहयोग दे रहा था।
विपक्ष का स्पष्ट संदेश: “हम समर्थन में हैं, लेकिन जवाब चाहिए”
गौरव गोगोई के इस बयान से विपक्ष का रुख साफ है – वे सरकार के खिलाफ नहीं, लेकिन पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है और जनता को सच्चाई जानने का अधिकार है।