उत्तर प्रदेश

KGMU में फिर गार्ड की गुंडागर्दी, मरीज के भाई को मारा और टॉयलेट के पास धक्का दिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) एक बार फिर विवादों में है। यहां के यूरोलॉजी विभाग में मरीज के तीमारदार के साथ गार्ड द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। लखीमपुर खीरी से आई एक महिला मरीज के भाई सज्जाद ने आरोप लगाया है कि शनिवार को उसे बिना किसी कारण गार्ड ने पीटा और टॉयलेट के पास धक्का देकर गिरा दिया

मरीज की सर्जरी के लिए आया था तीमारदार

सज्जाद ने बताया कि वह अपनी 40 वर्षीय बहन की किडनी में पथरी की सर्जरी के लिए KGMU आया था। महिला को शुक्रवार को भर्ती किया गया था और सोमवार को सर्जरी की तारीख दी गई थी। शनिवार को जब वह अपनी बहन के पास मौजूद था, तभी उसे टॉयलेट जाना पड़ा। लेकिन टॉयलेट में सफाई का काम चल रहा था, इसलिए उसे थोड़ी देर रुकने को कहा गया।

सज्जाद के मुताबिक, वह टॉयलेट के पास खड़ा था, तभी गार्ड ने उसे आवाज देकर बुलाया, लेकिन उसने दो मिनट में आने की बात कही। इस पर गार्ड गुस्सा गया और मौके पर आकर उससे मारपीट की व धक्का देकर गिरा दिया

घटना को दबाने की कोशिश?

सज्जाद का कहना है कि घटना के बाद वह काफी घबरा गया। मौके पर मौजूद एक जूनियर डॉक्टर ने गार्ड को फटकार लगाई, लेकिन इसके बाद मामला दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि KGMU में गार्डों का रवैया पहले से ही आक्रामक रहा है, और बाहरी मरीजों के साथ अक्सर दुर्व्यवहार होता है।

“अगर मेरे साथ ये हुआ है, तो दूसरे मरीजों और तीमारदारों के साथ क्या होता होगा? मैं लखीमपुर से आया हूं, मेरे पास कोई और विकल्प नहीं है,” – सज्जाद ने कहा।

डॉक्टर बोले – इलाज में कोई कमी नहीं

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर मनोज यादव ने कहा कि मरीज की सर्जरी सफल रही है और वह ठीक है। उन्होंने मारपीट की घटना की जानकारी होने से इनकार किया और कहा कि KGMU में भारी मरीज लोड के कारण कभी-कभी विवाद हो जाते हैं, लेकिन इलाज में कोई समझौता नहीं किया जाता।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

यह पहला मामला नहीं है जब KGMU के गार्डों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा हो। इससे पहले 22 जून 2025 को भी ट्रॉमा सेंटर में एक महिला द्वारा अपने भाई के इलाज में लापरवाही और गार्डों की मारपीट का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल हुआ था। हालांकि उस वक्त KGMU प्रशासन ने आरोपों को खारिज कर दिया था।

सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था

लगातार आ रहे ऐसे मामलों से KGMU की सुरक्षा व्यवस्था और गार्डों की जवाबदेही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मरीजों और उनके तीमारदारों की शिकायतों के बावजूद, प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं किया जाना चिंता का विषय बनता जा रहा है।

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