बिहार चुनाव से पहले ओपी राजभर का बड़ा दांव: NDA से न बनी बात तो बनाएंगे तीसरा मोर्चा

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। राजभर ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि अगर एनडीए (NDA) के साथ सीटों और मुद्दों पर तालमेल नहीं बनता है, तो वे तीसरे मोर्चे का गठन करेंगे। इसके लिए वे बिहार के छोटे-बड़े कई राजनीतिक दलों से बातचीत कर रहे हैं और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) से भी संभावित गठजोड़ के संकेत दिए हैं।
एनडीए के साथ 70% बातचीत पूरी
बलिया के रसड़ा में पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि उनकी प्राथमिकता एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की है। उन्होंने बताया,
“एनडीए के साथ हमारी 70 फीसदी बातचीत पूरी हो चुकी है, बाकी 30% मुद्दों पर बात चल रही है। लेकिन अगर बिहार के कुछ नेताओं के दबाव में गठबंधन नहीं हो पाया, तो हम स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।”
राजभर का यह बयान संकेत देता है कि एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, खासकर बिहार में बीजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं के रवैये को लेकर नाराजगी है।
तीसरे मोर्चे की तैयारी और PK से संपर्क
ओपी राजभर ने कहा कि अगर एनडीए से बात नहीं बनी तो तीसरा मोर्चा बनाने की दिशा में गंभीरता से काम हो रहा है। कई छोटे-बड़े दलों से बातचीत जारी है और कुछ दल सहमत भी हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वे प्रशांत किशोर के साथ भी संपर्क में हैं और दोनों पक्षों के बीच बातचीत की संभावना है। हालांकि, गठबंधन को लेकर अभी औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है।
INDIA गठबंधन से बनाई दूरी
राजभर ने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी। उन्होंने कहा,
“कुछ पार्टियां इंडिया गठबंधन के बाहर भी सक्रिय हैं और हम उनसे बात कर रहे हैं। अगर बीजेपी से बात नहीं बनी तो हम वैकल्पिक मोर्चा बनाकर चुनाव में उतरेंगे। हमारी पार्टी बिहार की 156 सीटों पर सक्रिय रूप से काम कर रही है।”
राहुल गांधी पर तीखा हमला
ओपी राजभर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब विदेश जाते हैं तो भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं।
“वो चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हैं, लेकिन जब कांग्रेस को जीत मिलती है तो चुप रहते हैं। अगर उन्हें गड़बड़ी लगती है तो सबूत दें। बेबुनियाद आरोप लगाना उनकी आदत बन चुकी है।”