सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई गवई ने फहराया तिरंगा, कॉलेजियम सिस्टम पर CJI गवई का बयान

नई दिल्ली: आज पूरा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। राजधानी दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ध्वजारोहण किया और राष्ट्र को संबोधित किया। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित हुआ, जहां भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई ने तिरंगा फहराया।
इस मौके पर सीजेआई गवई ने एक बार फिर कॉलेजियम सिस्टम का समर्थन किया और कहा कि देशभर में विभिन्न राज्यों से आने वाले कई वकील अच्छा काम कर रहे हैं और उनकी सेवाओं का उपयोग उच्च न्यायालयों में किया जाना चाहिए।
कॉलेजियम सिस्टम पर CJI गवई का बयान
मुख्य न्यायाधीश ने कहा,
“हम जानते हैं कि विभिन्न राज्यों के वकील बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। हम उनके नामों को हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने के लिए सिफारिश करने की प्रक्रिया में हैं। कई नामों को पहले ही मंजूरी मिली है और कुछ और नामों पर विचार किया जा रहा है।”
“सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट को आदेश नहीं दे सकता”
सीजेआई गवई ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट दोनों संवैधानिक न्यायालय हैं और कोई भी एक-दूसरे से उच्चतर या निम्नतर नहीं है।
उन्होंने कहा,
“सुप्रीम कोर्ट केवल नामों की सिफारिश करता है, आदेश नहीं दे सकता। हाईकोर्ट कॉलेजियम से अनुरोध किया जाता है कि वह सिफारिशों पर विचार करे।”
उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में जस्टिस संजीव खन्ना ने उम्मीदवारों के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू की थी, जो काफी मददगार रही है।