बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, दो चरणों में होगा मतदान — 14 नवंबर को आएंगे नतीजे

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 203 सामान्य, 38 अनुसूचित जाति (SC) और 2 अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण में 121 सीटों पर और दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोटिंग कराई जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार चुनाव पूरी तरह पारदर्शी, हिंसामुक्त और सुगम होंगे। उन्होंने बताया कि इस बार बिहार में चुनाव प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए 17 नई पहलें की गई हैं। साथ ही, फेक न्यूज पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.40 करोड़ महिलाएं और 14 लाख पहली बार वोट करने वाले युवा शामिल हैं। इसके अलावा 14 हजार मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है।
हर बूथ पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की जाएगी और किसी भी केंद्र पर 1200 से अधिक वोटर नहीं होंगे। दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा दी जाएगी। बिहार में कुल 90,412 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
इस बार EVM मशीनों में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें और स्पष्ट सीरियल नंबर दिखाई देंगे। पोस्टल बैलेट की गिनती EVM के अंतिम दो राउंड से पहले अनिवार्य रूप से की जाएगी।
चुनाव आयोग ने बताया कि हर विधानसभा सीट पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जो बाहरी राज्यों से होंगे। इनके नाम और मोबाइल नंबर ECINET पोर्टल पर सार्वजनिक किए जाएंगे। मतदाताओं की सुविधा के लिए 1950 नंबर पर वोटर हेल्पलाइन भी शुरू की गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि अगर किसी का नाम मतदाता सूची में छूट गया है तो नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से 10 दिन पहले तक वह अपना नाम जुड़वा सकता है। नामांकन फाइल होने के बाद कोई नाम जोड़ा नहीं जा सकेगा।
गौरतलब है कि बिहार में 2020 में तीन चरणों में और 2015 में पांच चरणों में चुनाव हुए थे। इस बार दो चरणों में मतदान कराया जा रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक 22 नवंबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, क्योंकि इसी दिन बिहार विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।