14 दिसंबर को यूपी बीजेपी को मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष, लखनऊ में होगा भव्य ऐलान

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) रविवार, 14 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का औपचारिक ऐलान करने जा रही है। यह घोषणा लखनऊ के आशियाना स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान की जाएगी। कार्यक्रम में 5000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। पार्टी इसे सिर्फ संगठनात्मक बदलाव नहीं, बल्कि 2027 विधानसभा चुनाव से पहले अपनी एकजुटता और शक्ति-प्रदर्शन के तौर पर पेश करने की तैयारी में है।
संगठन और सरकार के बड़े चेहरे होंगे शामिल
प्रदेश अध्यक्ष के ऐलान के मौके पर बीजेपी ने प्रदेशभर से संगठन और सरकार से जुड़े नेताओं को आमंत्रित किया है। कार्यक्रम में सभी जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष और सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा पार्टी के सभी सांसद, मौजूदा विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जनप्रतिनिधि और प्रमुख पदाधिकारी भी लखनऊ पहुंचेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इतने बड़े आयोजन का मकसद संगठन की मजबूती दिखाना और नेतृत्व परिवर्तन को उत्सव के रूप में प्रस्तुत करना है। कार्यक्रम को पूरी तरह अनुशासित और सुव्यवस्थित रखने की विशेष तैयारियां की गई हैं।
प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया
करीब एक साल से चल रही अटकलों पर अब विराम लगने जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है।
- 13 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
- नामांकन की निगरानी के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 13 दिसंबर को लखनऊ पहुंचेंगे।
- दोपहर 1 से 2 बजे के बीच नामांकन दाखिल किए जाएंगे।
- शाम तक नामांकन वापसी का समय तय किया गया है।
- इसके बाद 14 दिसंबर को वैध नामांकन करने वाले उम्मीदवारों में से नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा।
केंद्रीय नेतृत्व पूरी तरह सक्रिय
प्रदेश अध्यक्ष चुनाव को लेकर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व बेहद सक्रिय नजर आ रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी. एल. संतोष शुक्रवार को दिल्ली से लखनऊ पहुंचे।
लखनऊ पहुंचने के बाद उन्होंने पहले भारती भवन जाकर कुछ नेताओं से मुलाकात की, फिर मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा की। इसके बाद वे पार्टी के प्रदेश कार्यालय गए, जहां उन्होंने प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ संभावित नामों और चुनावी प्रक्रिया पर विस्तृत मंथन किया।
बैठक में 14 दिसंबर के कार्यक्रम की तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया गया। इसके बाद बी. एल. संतोष दिल्ली लौट गए। पार्टी के भीतर इस पूरी कवायद को संगठनात्मक संतुलन और 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
कुल मिलाकर, 14 दिसंबर का यह आयोजन उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अहम पड़ाव साबित हो सकता है, जो आने वाले चुनावी समीकरणों की दिशा तय करेगा।
