ईरान नहीं बना रहा परमाणु हथियार, IAEA चीफ ने पलटा बयान
नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच पिछले आठ दिनों से जारी युद्ध के बीच एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसने इस पूरी लड़ाई को नया मोड़ दे दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने अब साफ किया है कि ईरान द्वारा परमाणु हथियार बनाए जाने के कोई सबूत नहीं मिले हैं।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजरायल ने ईरान के कथित न्यूक्लियर साइट्स पर हमले किए हैं, और इसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल के कई शहरों को निशाना बनाया है।
IAEA की रिपोर्ट के आधार पर हुआ हमला
ग्रोसी ने पहले दावा किया था कि ईरान परमाणु हथियार तैयार कर रहा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर इजरायल ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर एयर स्ट्राइक की थी। लेकिन अब ग्रोसी ने अपने बयान से पलटते हुए कहा है कि सैटेलाइट इमेज से यह बात साबित नहीं होती कि ईरान की साइट्स पर रेडिएशन या हथियार निर्माण से जुड़ी कोई गतिविधि चल रही है।
ईरान का आरोप: IAEA की गलत रिपोर्ट की वजह से युद्ध शुरू हुआ
ईरान ने IAEA चीफ के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। ईरान सरकार का कहना है कि इस सफाई में अब देर हो चुकी है क्योंकि इजरायल ने IAEA की गलत रिपोर्ट के आधार पर हमले शुरू किए, जिससे यह युद्ध भड़क गया।
ईरान ने गुरुवार को इजरायल के एक अस्पताल पर मिसाइल हमला किया, जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है।
अब अमेरिका की एंट्री की संभावना
इस पूरे घटनाक्रम में अब अमेरिका की भूमिका को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। अमेरिका ने पहले ही कहा था कि वह इजरायल के साथ खड़ा है, और वह ईरान को कई बार चेतावनी दे चुका है। अब यह युद्ध और बड़ा रूप ले सकता है।
न्यूक्लियर खतरे पर बढ़ी चिंता
ग्रोसी के बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ गई है कि कहीं यह संघर्ष न्यूक्लियर वॉर की ओर न बढ़ जाए। हालांकि अभी तक दोनों देशों ने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया है, लेकिन तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।