संभल में बारात की खुशियां मातम में बदली: तेज रफ्तार बोलेरो हादसे में दूल्हे समेत 8 की मौत

संभल (उत्तर प्रदेश), 5 जुलाई 2025 — उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बीती रात हुए भीषण सड़क हादसे ने शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया। तेज रफ्तार बोलेरो कार बारात ले जाते वक्त अनियंत्रित होकर इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गई, जिससे दूल्हे समेत 8 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसा जुनावई थाना क्षेत्र के मेरठ-बदायूं रोड पर हुआ।
हादसे में 2 बच्चों समेत 8 की मौत
हादसा शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ, जब हरगोविंदपुर गांव निवासी सुखराम का बेटा सूरज पाल (20) बारात लेकर बदायूं जिले के सिरसौल गांव जा रहा था। पहले 11 गाड़ियां बारात लेकर निकल चुकी थीं, लेकिन एक बोलेरो कार पीछे छूट गई जिसमें दूल्हे समेत 10 लोग सवार थे। रास्ते में वाहन जुनावई स्थित जनता इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गया और पलट गया।
टक्कर इतनी तेज थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। हादसे में सूरज पाल (दूल्हा), उसकी बहन कोमल (15), चाची आशा (26), चचेरी बहन एश्वर्या (3), चचेरे मामा सचिन (22), सचिन की पत्नी मधु (20), ममेरा भाई गणेश (2), और ड्राइवर रवि (28) की मौत हो गई। जबकि देवा और हिमांशी को गंभीर हालत में अलीगढ़ रेफर किया गया है।
हादसे के बाद मचा कोहराम, क्रेन से निकाले गए शव
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीण, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। बोलेरो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, जिस वजह से क्रेन की मदद से घायलों और शवों को बाहर निकाला गया।
संभल एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि हादसा तेज रफ्तार के कारण हुआ। बोलेरो कार ने नियंत्रण खो दिया और कॉलेज की दीवार से जा भिड़ी। मृतक परिवार के संबंध राजस्थान के भीलवाड़ा से हैं, जो मजदूरी करते हैं और एक महीने पहले शादी के लिए पैतृक गांव आए थे।
पीएम मोदी ने जताया शोक, मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से हादसे को लेकर दुख जताया गया है। ट्वीट में कहा गया:
“उत्तर प्रदेश के संभल में हुए हादसे में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं। हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी संवेदना है।”
पीएम ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस दर्दनाक हादसे ने सुखराम के परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। बेटे और बेटी की मौत के बाद उनका साला देवा अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। गांव और रिश्तेदारों के बीच शादी का जश्न अब शोकसभा में बदल गया है।