बिहार विधानसभा में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर हंगामा, विपक्ष ने काले कपड़े पहनकर किया विरोध

बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्षी दलों ने बिहार विधानसभा के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप है कि इसके ज़रिए बीजेपी गरीबों और अल्पसंख्यकों को वोटर लिस्ट से हटाना चाहती है।
विरोध का तरीका: काले कपड़े पहनकर पहुंचे विधायक
आरजेडी और अन्य विपक्षी दलों के विधायकों ने काले कपड़े पहनकर विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और निर्वाचन आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाए।
आरजेडी नेता बोले – ग़रीबों और मज़दूरों को निशाना बनाया जा रहा
आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा:
“अगर चुनाव आयोग को वोटर लिस्ट सुधारनी थी, तो अब तक क्यों नहीं किया गया? बिहार के तीन करोड़ लोग मज़दूरी के लिए बाहर जाते हैं, चुनाव के वक्त वे वापस आते हैं। क्या उनके लिए कोई व्यवस्था की गई?”
उन्होंने दावा किया कि SIR के नाम पर गरीबों और अल्पसंख्यकों को सूची से हटाया जा रहा है।
सत्ता पक्ष का जवाब – सभी नागरिकों का नाम सुरक्षित रहेगा
वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा:
“निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी दलित, पिछड़े या सामान्य वर्ग के भारतीय नागरिक का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटेगा।“
उन्होंने बताया कि अब तक:
- 98% लोगों ने फॉर्म जमा किया है।
- 19 लाख लोग मृत पाए गए।
- 20 लाख लोग बिहार से बाहर रह रहे हैं।
- 8 लाख लोगों के नाम दो-दो जगह दर्ज थे।
सम्राट चौधरी ने इसे सुधार की एक आवश्यक प्रक्रिया बताया, ताकि वोटर लिस्ट को साफ-सुथरा और सटीक बनाया जा सके।