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भारतीय सेना को मिलेंगे 25 नए ALH ध्रुव Mk III हेलीकॉप्टर, सियाचिन और लद्दाख में बढ़ेगी ताकत

नई दिल्ली: भारतीय सेना अपनी ऑपरेशनल क्षमता को लगातार बढ़ाने में जुटी है। इसी दिशा में अब सेना को जल्द ही 25 एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव Mk III मिलने वाले हैं। ये हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए जा रहे हैं। मार्च 2024 में दिए गए इस ऑर्डर की कुल कीमत 8,073 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

इस डील का मकसद सेना के एविएशन विंग को आधुनिक बनाना है, खासकर सियाचिन ग्लेशियर और लद्दाख जैसे कठिन इलाकों में मिशन को और प्रभावी बनाने के लिए।

ध्रुव Mk III की खासियतें

ध्रुव Mk III को आधुनिक बनाने के लिए इसमें कई अत्याधुनिक तकनीकें जोड़ी गई हैं:

  • इजराइल की Elbit Systems का इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल (EO) पॉड
    • दिन और रात निगरानी की क्षमता
    • हाई-रेज़ोल्यूशन थर्मल इमेजिंग
    • लेज़र रेंज फाइंडर और टारगेट डेजिग्नेटर
  • स्वीडन की Saab का इंटीग्रेटेड डिफेंसिव एड्स सूट (IDAS)
    • मिसाइल और अन्य खतरों से हेलीकॉप्टर की सुरक्षा

इन तकनीकों के जुड़ने से यह हेलीकॉप्टर न सिर्फ सटीक निगरानी कर पाएगा, बल्कि युद्ध के हालात में सुरक्षा भी और मजबूत होगी।

मिशन में बहुउपयोगी हेलीकॉप्टर

HAL द्वारा डिजाइन और निर्मित यह हेलीकॉप्टर दो इंजनों वाला, बहुउद्देशीय प्लेटफॉर्म है। इसका यूटिलिटी वेरिएंट सैनिकों और सामान की ढुलाई, खोज-बचाव ऑपरेशन, टोही (रेकी) और घायलों की निकासी में बेहद उपयोगी है।

उच्च ऊंचाई वाले इलाकों जैसे सियाचिन और लद्दाख में ध्रुव Mk III ने पहले ही अपनी क्षमता साबित कर दी है। यही वजह है कि इसे भारतीय सेना का महत्वपूर्ण एसेट माना जा रहा है।

रणनीतिक बढ़त: पाकिस्तान को जवाब और आत्मनिर्भर भारत को मजबूती

ध्रुव Mk III की नई क्षमताएं भारतीय सेना को पाकिस्तान की चुनौतियों और JF-17 जैसे लड़ाकू विमानों से निपटने में अतिरिक्त बढ़त देंगी। साथ ही, यह डील आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत एक और बड़ी उपलब्धि है।

इस कॉन्ट्रैक्ट में सेना के लिए 25 और कोस्ट गार्ड के लिए 9 हेलीकॉप्टर शामिल किए गए हैं। खास बात यह है कि डील साइन होने के सिर्फ दो हफ्तों के भीतर ही HAL ने मार्च 2024 के अंत तक पहले 6 हेलीकॉप्टर डिलीवर कर दिए थे।

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