इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों में फिर बमबाजी और मारपीट

प्रयागराज: ‘पूरब का ऑक्सफोर्ड’ कहे जाने वाले इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रावासों में रैगिंग, मारपीट और बमबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार देर रात केपीयूसी (KPUC) हॉस्टल में वैध और अवैध छात्रों के बीच जमकर मारपीट और बमबाजी हुई, जिससे पूरे कैंपस में अफरा-तफरी मच गई।
बुधवार को चीफ प्रॉक्टर प्रो. राकेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ हॉस्टल पहुंचे और पूरे परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि हॉस्टल में वार्डन और सुपरिटेंडेंट का पद फिलहाल खाली है, जिसके कारण अनुशासन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
अवैध रूप से रह रहे छात्रों की पहचान
चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि जांच के दौरान हॉस्टल में कई ऐसे छात्र पाए गए, जो विश्वविद्यालय में दाखिल ही नहीं हैं, लेकिन हॉस्टल में रह रहे हैं। वहीं, कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो यूनिवर्सिटी के वैध विद्यार्थी तो हैं, मगर उन्हें हॉस्टल की मंजूरी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा, “अवैध रूप से रह रहे छात्रों को जल्द हॉस्टल से बाहर किया जाएगा। पुलिस सत्यापन पूरा हो चुका है, और नए सिरे से हॉस्टल अलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।”
फीस न जमा करने वालों को भी बाहर का रास्ता
प्रो. राकेश कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि जिन छात्रों ने हॉस्टल फीस जमा नहीं की है, उनसे भी हॉस्टल खाली कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अब कठोर अनुशासन नीति अपनाएगा, ताकि दोबारा इस तरह की घटनाएं न हों।
बमबाजी की जांच जारी
मंगलवार रात हुई बमबाजी की घटना को लेकर भी जांच शुरू हो चुकी है। चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि “जांच में दोषी पाए जाने वाले छात्रों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कैंपस में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए पुलिस की मदद ले रहा है।