वाराणसी में शुरू हुई देश की पहली हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी, गंगा में सफर होगा अब और इको-फ्रेंडली

वाराणसी के जल मार्ग में यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में 12 दिसंबर, गुरुवार को एक नया अध्याय जुड़ गया, जब देश की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी का शुभारंभ वाराणसी की गंगा नदी में किया गया।
वाराणसी के नमो घाट पर इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों की मौजूदगी रही। इस वाटर टैक्सी को पूरी तरह से इको-फ्रेंडली और ध्वनि तथा वायु प्रदूषण मुक्त बताया गया है।
50 सीटर वॉटर टैक्सी से मिलेगा शानदार अनुभव
नवीन जलयान में यात्रियों को नमो घाट से रविदास घाट तक सफर करने का अवसर मिलेगा। इसकी क्षमता 50 यात्री की है और इसे सुबह से शाम तक संचालन के लिए तैयार किया गया है।
आने वाले समय में इस वाटर टैक्सी को कैथी – श्री मार्कण्डेय महादेव तक चलाने का प्रस्ताव है। जल्द ही इसे सार्वजनिक रूप से गंगा घाट पर परिचालित कर दिया जाएगा।
वाराणसी में पर्यटन और श्रद्धालुओं के लिए नई सुविधा
वाराणसी धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक, श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित है। यही वजह है कि हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक वाराणसी आते हैं।
हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी नौका विहार का नया अनुभव प्रदान करेगी और पर्यटकों को गंगा के किनारे आधुनिक और इको-फ्रेंडली सफर का अवसर देगी।
सरकार का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य:
- यात्रियों के सफर को और सुविधाजनक बनाना
- वाराणसी के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देना
- पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और स्वच्छ अनुभव सुनिश्चित करना
विशेषज्ञों के अनुसार, हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी आने वाले समय में वाराणसी पर्यटन में एक नया आकर्षण साबित होगी।


