उत्तर प्रदेश

जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को मिलेगी उदाहरण बनने वाली सज़ा – सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊ/उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण के गंभीर आरोपों में घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि छांगुर बाबा को ऐसी सजा दी जाएगी, जो समाज के लिए उदाहरण बनेगी।

“समाज और राष्ट्र विरोधी है आरोपी” – सीएम योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:“सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा और गरिमा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालुद्दीन की गतिविधियां सिर्फ समाज विरोधी नहीं बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा, और आरोपी के साथ-साथ उसके नेटवर्क से जुड़े अपराधियों की संपत्ति जब्त कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बलरामपुर में छांगुर की कोठी पर चला बुलडोजर

मुख्यमंत्री की यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब बलरामपुर जिले के उतरौला में स्थित छांगुर की कोठी पर बुलडोजर चलाया गया। यह कोठी ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। प्रशासन ने पहले ही 7 दिन का नोटिस चिपकाया था, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।

100 करोड़ की फंडिंग और कोर्ट क्लर्क से गठजोड़

यूपी एटीएस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं:

  • 100 करोड़ से ज्यादा की विदेशी फंडिंग के जरिए छांगुर बाबा का नेटवर्क संचालित हो रहा था।
  • नेटवर्क के 18 सदस्यों में से अब तक 4 की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 14 की तलाश जारी है।
  • आरोप है कि छांगुर बाबा जाति के आधार पर लड़कियों की कीमत तय करता था, और ब्राह्मण व क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15-16 लाख तक की डीलिंग होती थी।
  • पुणे में 16 करोड़ की जमीन खरीद में न्यायालय के लिपिक की पत्नी को पार्टनर बनाया गया था।
  • एटीएस के अनुसार छांगुर का नेटवर्क गोंडा, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, औरैया और पुणे तक फैला था।

“धर्मांतरण माफ नहीं” – सीएम का साफ संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा कि:“उत्तर प्रदेश में शांति, सौहार्द और महिला सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे तत्वों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी, ताकि वे भविष्य में समाज के लिए चेतावनी बनें।”

छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नसरीन को यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के मास्टरमाइंड के रूप में बलरामपुर से गिरफ्तार किया था। उसने मुंबई के एक दंपती को फंसा कर धर्म बदलवाया और फिर उनसे अरबों की साजिशों में साथ लिया। जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क ने धर्मांतरण के लिए कोर्ट, प्रशासन और ग्राम स्तर तक नेटवर्क फैला रखा था।

“बुलडोजर न्याय” का विस्तार

यह केस साफ दिखाता है कि यूपी में योगी सरकार **‘बुलडोजर नीति’ को सिर्फ माफियाओं पर ही नहीं, बल्कि अब राष्ट्र-विरोधी और अवैध धर्मांतरण नेटवर्क पर भी कठोरता से लागू कर रही है।

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