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गुजरात के वडोदरा में पुल ढहने से बड़ा हादसा: 12 की मौत

गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह महिसागर नदी पर स्थित गंभीरा पुल का एक हिस्सा ढह जाने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। कई वाहन नदी में गिर गए, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

चार दशक पुराना पुल बना मौत का जाल

जानकारी के मुताबिक, 1985 में बना यह पुल वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है और सौराष्ट्र क्षेत्र से मध्य गुजरात की ओर आने-जाने का प्रमुख मार्ग है। बुधवार सुबह अचानक इसका एक स्लैब ढह गया, जिससे कई गाड़ियां सीधे नदी में जा गिरीं।

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तुरंत तकनीकी जांच के आदेश दे दिए हैं। 900 मीटर लंबे इस पुल में कुल 23 खंभे हैं और यह राज्य के अहम ट्रांसपोर्ट रूट्स में से एक है।

“गुजरात मॉडल भ्रष्टाचार का दूसरा नाम”

इस दर्दनाक हादसे के बाद विपक्षी दलों ने राज्य की बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने X पर लिखा:

“गुजरात मॉडल भ्रष्टाचार का दूसरा नाम है। गंभीरा ब्रिज का टूटना सरकार की नाकामी और लापरवाही का परिणाम है।”

🔹 कांग्रेस नेता अमित चावड़ा का बयान:

“हमने सरकार को पहले भी चेताया था कि पुल की हालत खराब है, लेकिन सरकार ने मरम्मत की अनदेखी की। यही लापरवाही आज 12 लोगों की जान ले गई।”

उन्होंने यह भी मांग की कि राज्य के सभी पुलों का ऑडिट किया जाए और फिटनेस सर्टिफिकेट सार्वजनिक किए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया कि:

“वडोदरा में पुल गिरने की घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।”

जांच और राहत कार्य जारी

फिलहाल मौके पर NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन ने पुल के दोनों सिरों पर ट्रैफिक रोक दिया है और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे की तकनीकी जांच का आदेश देते हुए कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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