मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कांवड़ यात्रा पर दिया बड़ा बयान, मुस्लिम समाज से किया विशेष आग्रह

बरेली मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सावन माह में निकाली जा रही कांवड़ यात्रा को लेकर एक सौहार्द्रपूर्ण अपील की है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को चाहिए कि वे कांवड़ यात्रा में भाग ले रहे श्रद्धालुओं का स्वागत करें, फूल बरसाएं और उन्हें ठंडा पानी पिलाकर सेवा करें।
मौलाना ने शनिवार को अपने बयान में कहा,”सावन शुरू हो चुका है, कांवड़ यात्रा चल रही है। हमारी ये दुआ और इच्छा है कि ये यात्रा पूरी तरह शांति, भक्ति और भाईचारे के साथ सम्पन्न हो।”
“अब मुसलमानों की बारी है”
मौलाना ने इस दौरान आपसी सौहार्द और सांप्रदायिक एकता पर ज़ोर देते हुए कहा,”जब मोहर्रम का जुलूस विवादित रास्ते से निकला था, तब हिंदू भाइयों ने फूल बरसाकर और स्वागत करके मिसाल पेश की थी। अब मुसलमानों की बारी है कि वे भी कांवड़ यात्रियों का स्वागत करें।”
उन्होंने कहा कि ये एकजुटता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है और देश में धार्मिक सहिष्णुता की एक मिसाल पेश करेगा।
प्रशासन को दिया धन्यवाद, किया शांति की अपील
मौलाना रजवी ने बरेली के जोगी नवादा विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि यह विवाद 32 साल पुराना था, लेकिन हाल ही में प्रशासन और पुलिस ने दोनों समुदायों से बातचीत कर इसका शांतिपूर्ण हल निकाल लिया।”मैं इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं।”
साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बकरा ईद और मोहर्रम शांति से संपन्न हुए, उसी तरह कांवड़ यात्रा भी बिना किसी बाधा के पूर्ण होनी चाहिए।
“सरकार की गाइडलाइन का पालन करें”
मौलाना ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे सरकार की गाइडलाइंस का पालन करें और धर्मनिरपेक्षता व सामाजिक सद्भावना को बनाए रखें।”हमें यह सुनिश्चित करना है कि रास्ते में किसी भी तरह का विवाद उत्पन्न न हो। सभी समुदायों को मिलकर देश की सांझी संस्कृति को मजबूत करना है।”
मौलाना की अपील को मिल रहा समर्थन
मौलाना के इस बयान को सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। कई लोगों ने इसे भाईचारे की दिशा में एक मजबूत कदम बताया है और कहा कि इस तरह की पहलें ही भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब को जीवंत रखती हैं।