इस मामले में सांसद चंद्रशेखर ने योगी को लिखा पत्र

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की एनएच-27 फोरलेन परियोजना में कथित मुआवजा घोटाले को लेकर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई या एसटीएफ जांच की मांग की है।
भू-माफियाओं पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप
सांसद चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि इस परियोजना में करोड़ों रुपये का मुआवजा भू-माफियाओं और नुमाइशी लोगों को बांटा गया, जबकि असली पीड़ितों को कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि परियोजना के लिए 78.42 करोड़ रुपये की राशि राजस्व विभाग के खाते में डाली गई थी, लेकिन इस फंड का दुरुपयोग किया गया।
काली खास और दमदमा के लोग सबसे ज़्यादा प्रभावित
चिट्ठी में सांसद ने लिखा कि विशेष रूप से कालपी क्षेत्र के काली खास और दमदमा गांवों के असली भू-स्वामी जिनकी जमीनें और मकान इस परियोजना में अधिग्रहित हुए, उन्हें 17 वर्षों से मुआवजा नहीं मिला है। इसके चलते उनकी रोज़ी-रोटी और बच्चों की शादियां तक प्रभावित हो रही हैं।
अधिकारियों और रिश्तेदारों की मिलीभगत का आरोप
चंद्रशेखर ने दावा किया कि इस घोटाले में लेखपाल, राजस्व निरीक्षक और नगर पालिका के अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुआवजे की राशि घोटाले के मास्टरमाइंड ने अपने ससुरालियों और चहेतों में बांट दी। गैर-अर्जदारों को चेक देकर असली हकदारों को ठगा गया।
जांच और कार्रवाई की मांग
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की:
- सीबीआई या एसटीएफ से निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
- दोषियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जाए।
- इस मामले का भौतिक सत्यापन और सार्वजनिक ऑडिट कराया जाए।
- वास्तविक पीड़ितों को तत्काल मुआवजा दिया जाए।