स्कूल नहीं कब्रगाह! चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकारी स्कूलों की हालत पर उठाए सवाल

नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति और उससे हो रही मासूम बच्चों की मौतों को लेकर सरकारों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह केवल हादसे नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और लापरवाही से हुई ‘हत्याएं’ हैं।
राजस्थान में 5 मासूमों की मौत, 11 घायल
आज़ाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राजस्थान के झालावाड़ ज़िले में मनोहर थाना क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पीपलोदी की छत गिरने से 5 बच्चों की मौत और 11 बच्चों के घायल होने की घटना बेहद दुखद है। उन्होंने लिखा, “यह हादसा नहीं हत्या है।”
यूपी में भी दो घटनाएं
सांसद ने उत्तर प्रदेश की दो घटनाओं का भी जिक्र किया।
- आगरा ज़िले के पिनाहट ब्लॉक में प्राथमिक विद्यालय की दीवार और गेट गिरने से 10 वर्षीय बच्ची की मौत।
- अलीगढ़ के जलालपुर में भी 4 फरवरी 2025 को गेट गिरने से एक छात्र की मौत।
‘ये हादसे नहीं, हत्याएं हैं’
चंद्रशेखर आज़ाद ने लिखा:
“जर्जर इमारतें, घटिया सामग्री और भ्रष्ट ठेकेदारी व्यवस्था ने स्कूलों को कब्रगाह बना दिया है। नेताओं की उदासीनता और इंजीनियरों की भ्रष्ट मानसिकता ने मासूमों की जान ले ली है। अगर सरकार अब भी चुप रही, तो साफ हो जाएगा कि उसे बच्चों की जान की परवाह नहीं है।”
सरकार को किया था सतर्क, अब तक कोई कदम नहीं
चंद्रशेखर ने याद दिलाया कि 3 फरवरी 2025 को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने यह मुद्दा उठाया था, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
राज्य सरकारों से 4 मांगें
नगीना सांसद ने सभी राज्य सरकारों से यह 4 अहम मांगें की हैं:
- इन घटनाओं में एफआईआर दर्ज हो और हत्या तथा आपराधिक लापरवाही की धाराओं में कार्रवाई हो।
- अधिकारियों, इंजीनियरों, ठेकेदारों और स्कूल प्रशासन को निलंबित कर गिरफ़्तार किया जाए।
- पीड़ित परिवारों को 50 लाख रुपये मुआवज़ा और घायलों को नि:शुल्क सर्वोत्तम चिकित्सा दी जाए।
- देशभर में सरकारी विद्यालयों का इमरजेंसी निरीक्षण अभियान चलाया जाए।
भावुक अपील
चंद्रशेखर ने लिखा, “आज किसी और का बच्चा मरा है, कल किसी और का मर सकता है। अब भी नहीं जागे, तो यह सिस्टम एक-एक कर मासूमों की बलि लेता रहेगा।”