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उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में बाढ़ का कहर: गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के कई जिलों में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। गंगा नदी का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रयागराज, वाराणसी, पटना और हरिद्वार जैसे प्रमुख शहर बाढ़ की चपेट में हैं। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है और लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन भारी बारिश और जलभराव के कारण हालात काबू से बाहर होते नजर आ रहे हैं।

प्रयागराज में हालात बेहद गंभीर

प्रयागराज इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक है। गंगा का जलस्तर 6 अगस्त 2025 को 85.20 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से कहीं अधिक है। शहर के कई इलाकों और गांवों में पानी घुस गया है। बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो चुकी है। लोग ऊपरी मंजिलों पर रहने को मजबूर हैं। प्रशासनिक तैयारियां नाकाफी साबित हो रही हैं और राहत कार्य धीमी गति से चल रहे हैं।

वाराणसी: घाट जलमग्न, जलस्तर में धीरे-धीरे गिरावट

वाराणसी में गंगा का जलस्तर 72.20 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर है। दशाश्वमेध घाट समेत कई प्रमुख घाट जलमग्न हो चुके हैं। पानी शहर के चौराहों तक पहुंच गया है, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि जलस्तर अब धीरे-धीरे घट रहा है और यह 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से कम हो रहा है।

हरिद्वार: शिव की मूर्ति डूबी, प्रशासन सतर्क

हरिद्वार में गंगा का जलस्तर भी खतरे के निशान के पास पहुंच चुका है। उत्तराखंड के 11 जिलों में लगातार बारिश का असर यहां साफ दिख रहा है। भीमगोडा बैराज पर जलस्तर 294 मीटर तक पहुंच गया है। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर स्थित भगवान शिव की मूर्ति आंशिक रूप से डूब गई है। सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है और लोगों को गंगा किनारे न जाने की हिदायत दी जा रही है।

पटना में बाढ़ का खतरा बढ़ा

बिहार की राजधानी पटना में भी गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। दीघाघाट पर जलस्तर खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया, जबकि गांधी घाट पर यह 127 सेंटीमीटर ऊपर है। प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की सलाह दी जा रही है। गंगा के किनारे बसे गांवों में पानी घुसने से फसलों को भी नुकसान हो रहा है।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है। प्रशासन ने सभी संबंधित एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है और राहत शिविरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

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