वोट चोरी विवाद पर विपक्ष का मार्च, अखिलेश यादव बैरिकेड फांदकर पहुंचे आगे, जमीन पर बैठकर दिया धरना

नई दिल्ली। कांग्रेस के कथित वोट चोरी के आरोपों को लेकर विपक्ष का हंगामा मंगलवार को चरम पर पहुंच गया। विपक्षी दलों ने एकजुट होकर संसद से चुनाव आयोग तक पैदल मार्च निकाला, जिसमें चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस मार्च का नेतृत्व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने किया, जबकि कई दलों के बड़े नेता इसमें शामिल हुए।
अखिलेश यादव का बैरिकेड फांदना बना चर्चा का विषय
मार्च के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी पार्टी के सांसदों के साथ शामिल हुए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अखिलेश न केवल बैरिकेड पर चढ़ गए बल्कि उसे फांदकर आगे बढ़ भी गए। इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।
धरने पर बैठे सपा प्रमुख
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद अखिलेश यादव जमीन पर बैठ गए और धरना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया, “सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर हमें रोकने की कोशिश कर रही है। चुनाव आयोग पर कई सवाल उठे हैं, लेकिन यह सरकार सुनना नहीं चाहती।”
विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन
मार्च से पहले संसद के मकर द्वार पर विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रगान गाया। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद ज्योतिमणि और संजना जाटव पुलिस बैरिकेड पर चढ़कर सरकार के खिलाफ नारे लगाती रहीं। मार्च में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और कई अन्य दलों के नेता मौजूद रहे।