महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर के आवासीय भवन के प्रथम तल पर उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित किए और उनके राष्ट्रहित में योगदान को याद किया।
‘डबल इंजन सरकार’ बापू और शास्त्री के सपनों को साकार कर रही
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्य और अहिंसा की ताकत का अनुभव भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पूरी दुनिया को कराया। उन्होंने बताया कि गांधीजी के मूल्यों में स्वदेशी का विशेष स्थान था और स्वदेशी देशवासियों को एकता के सूत्र में बांधने का आधार बनी।
स्वदेश अभियान और स्वच्छ भारत मिशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वदेशी आज देश और दुनिया के लिए मॉडल बन रहा है। उन्होंने एक जिला एक उत्पाद योजना का जिक्र करते हुए बताया कि यह योजना नई ऊंचाइयों को छू रही है।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि स्वदेशी केवल खादी तक सीमित नहीं, बल्कि अब यह भारत की दिनचर्या का हिस्सा बन गई है।
महात्मा गांधी को स्वच्छता अत्यधिक प्रिय थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं, जिससे:
- नारी गरिमा को सम्मान मिला
- बीमारियों से बचाव हुआ
- लोगों की आर्थिक बचत हुई
लाल बहादुर शास्त्री को किया याद
योगी आदित्यनाथ ने शास्त्री जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी सेनानी, गांधीजी के प्रखर अनुयायी और स्वदेशी व स्वावलंबन के पक्षधर थे।
उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा देकर कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाया और यह संदेश दिया कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन युद्ध की स्थिति में मजबूत जवाब देने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने 1965 के भारत-पाक युद्ध का भी जिक्र किया और बताया कि शास्त्री जी के नेतृत्व में मिली विजय से भारत की ताकत पूरी दुनिया के सामने आई।