वाराणसी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का बड़ा बयान, लिव-इन रिलेशनशिप से दूर रहें बेटियां

वाराणसी: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने न केवल विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई, बल्कि मौजूदा समय में चर्चा में रहने वाले “लिव-इन रिलेशनशिप” के मुद्दे पर भी सख्त टिप्पणी की।
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल लिव-इन रिलेशनशिप का चलन बढ़ गया है, लेकिन यह समाज के लिए और खासकर बेटियों के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं जिन्हें सुनकर गहरा दुख और चिंता होती है।
लिव-इन रिलेशनशिप पर क्या बोलीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल?
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए आनंदीबेन पटेल ने कहा,
“लिविंग रिलेशनशिप का अभी चलन है — मत करिए, अच्छे फैसले लीजिए। हाल ही में कई ऐसी घटनाएं सुनीं जिनमें लड़कियों के साथ अत्याचार हुआ। यह ऐसा समाज है जो आम खाता है और गुठलियां फेंक देता है। इसलिए बेटियों को बहुत सावधान रहना चाहिए।”
राज्यपाल ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि,
“अपने लक्ष्य पर फोकस कीजिए और इस घृणित कॉन्सेप्ट से दूर रहिए।”
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया और विश्वविद्यालय परिसरों में चर्चा तेज हो गई है।
विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की स्वच्छता और छात्रावास की व्यवस्थाओं पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुविधाओं को तत्काल दुरुस्त किया जाए और छात्रों को बेहतर माहौल उपलब्ध कराया जाए।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा संस्थान केवल डिग्री देने का स्थान नहीं हैं, बल्कि चरित्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की जगह हैं।
राज्यपाल के बयान से उठी चर्चा
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। कई लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर टिप्पणी बताया है।