उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण की समय सीमा बढ़ सकती है, सूत्रों का दावा

उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के Special Intensive Revision (SIR) की समय सीमा बढ़ने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) जल्द ही राज्य को दो सप्ताह की अतिरिक्त मोहलत दे सकता है।

सूत्रों ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) नवदीप रिणवा ने ECI से समय सीमा बढ़ाने का औपचारिक अनुरोध किया है। इसकी प्रमुख वजह अभी तक करीब 2 करोड़ 91 लाख SIR फॉर्म्स का जमा न होना बताया जा रहा है।

अब तक का प्रगति रिपोर्ट

10 दिसंबर दोपहर को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक:

  • यूपी में 15 करोड़ 43 लाख 96 हजार 289 (99.98%) इन्यूमरेशन फॉर्म घर-घर बांटे जा चुके हैं।
  • इनमें से 15 करोड़ 28 लाख 88 हजार 273 (99.00%) फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं।
  • इस बड़े अभियान में 1,62,486 बीएलओ (Booth Level Officers) और 4,41,582 बीएलए (Booth Level Agents) तैनात हैं।

27 अक्टूबर को SIR की घोषणा के समय उत्तर प्रदेश में कुल 15 करोड़ 44 लाख 30 हजार 92 मतदाता पंजीकृत थे।

क्यों ज़रूरी है समय सीमा बढ़ाना?

सूत्रों के अनुसार:

  • मैदान में तैनात टीमों को फॉर्म प्रक्रिया पूरी करने में अभी समय लग रहा है।
  • बड़ी संख्या में SIR फॉर्म लंबित हैं, इसलिए मतदाता सूची को पूरी तरह अपडेट और त्रुटि-मुक्त बनाने के लिए अतिरिक्त समय आवश्यक माना जा रहा है।

यदि चुनाव आयोग मंजूरी देता है, तो यूपी में SIR प्रक्रिया दो सप्ताह और आगे बढ़ जाएगी, जिससे अंतिम मतदाता सूची जारी होने की समय-सीमा भी आगे खिसक सकती है।

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