देहरादून में छात्र एंजेल चकमा हत्याकांड पर NHRC का संज्ञान, उत्तराखंड सरकार से मांगी रिपोर्ट

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने संज्ञान लिया है। आयोग की कानूनगो की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले में उत्तराखंड सरकार को नोटिस जारी किया है और अब तक की गई कार्रवाई पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
राज्य सरकार और पुलिस को निर्देश
NHRC ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को निर्देश दिए हैं कि पूरे राज्य में पूर्वोत्तर राज्यों से आए छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर सुनिश्चित किया जाए।
आयोग ने रिपोर्ट में यह जानकारी शामिल करने को कहा है:
- जांच की अब तक की प्रगति
- आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उठाए गए कदम
- भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय
सीएम धामी ने पीड़ित परिवार से की बात
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतक छात्र के पिता तरुण प्रसाद चकमा से फोन पर बातचीत की थी। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए संवेदना व्यक्त की और बताया कि मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सीएम ने कहा कि
- एक आरोपी अभी फरार है
- उसकी तलाश जारी है
- फरार आरोपी पर इनाम घोषित किया गया है
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी और सरकार पीड़ित परिवार के साथ पूरी तरह खड़ी है।
नस्लीय टिप्पणी के बाद हुआ था विवाद
यह घटना 9 दिसंबर की शाम की है। देहरादून स्थित जिग्यासा यूनिवर्सिटी में एमबीए फाइनल ईयर के छात्र एंजेल चकमा अपने भाई माइकल चकमा के साथ किराना स्टोर गए थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने कथित तौर पर नस्लीय टिप्पणी की।
विरोध करने पर विवाद बढ़ गया और आरोपियों ने मारपीट की। एंजेल चकमा गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लंबे इलाज के बाद शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।
त्रिपुरा में भी नाराजगी
छात्र की हत्या को लेकर त्रिपुरा में भी भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। लोग दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


