बोध जिला पहली बार जुड़ा भारतीय रेलवे नेटवर्क से, पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी

ओडिशा | भारतीय रेलवे ने ओडिशा के बोध जिले के निवासियों को एक ऐतिहासिक तोहफा दिया है। देश में अब तक रेल नेटवर्क से कटे इस जिले को पहली बार राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को अपनी ओडिशा यात्रा के दौरान इस नई रेल सेवा का उद्घाटन किया, जो अब चालू हो चुकी है।
इस अवसर पर रेल मंत्री ने ट्वीट कर इस उपलब्धि की पुष्टि की और बोध जिले को रेलवे से जोड़ने को “रेल कनेक्टिविटी में नए युग की शुरुआत” बताया।
73 किमी लंबी सोनपुर-पुरुनकटक लाइन से जुड़ा बोध
- नई सोनपुर-पुरुनकटक रेल लाइन की लंबाई: 73 किलोमीटर
- लागत: ₹1,376 करोड़
- प्रोजेक्ट: खुर्दा रोड-बलांगीर रेल परियोजना का हिस्सा
- महत्व: बोध जिले को पहली बार राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ना
बोध जिले के लोगों की यह दशकों पुरानी मांग थी, जो अब पूरी हो गई है। इससे न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई गति मिलेगी।
दो साप्ताहिक ट्रेनों की शुरुआत
पीएम मोदी ने दो साप्ताहिक रेल सेवाओं को हरी झंडी दिखाई, जिनमें शामिल हैं:
- बोध-भुवनेश्वर विकली एक्सप्रेस (18313/18314)
➤ राजधानी से सीधा कनेक्शन
➤ शहरी सुविधाओं और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच - संबलपुर-बोध विकली एक्सप्रेस (18311/18312)
➤ पश्चिमी ओडिशा में क्षेत्रीय संपर्क को मजबूती
➤ व्यापार और शिक्षा के लिए लाभकारी
रेल सेवा से स्थानीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
रेल सेवा शुरू होने से बोध और आसपास के क्षेत्रों को बहुआयामी फायदे मिलेंगे:
- ✅ कृषि क्षेत्र में सुधार: किसान अब अपने उत्पादों को बड़े बाजारों तक आसानी से पहुंचा सकेंगे
- ✅ स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन: माल ढुलाई सस्ती और सुलभ होगी
- ✅ स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी: मरीज अब आसानी से भुवनेश्वर और संबलपुर जैसे शहरों के अस्पतालों में इलाज करवा सकेंगे
- ✅ शिक्षा में अवसर: दूरदराज के छात्र उच्च शिक्षा के लिए आसानी से यात्रा कर सकेंगे
रेलवे विस्तार की दिशा में बड़ा कदम
बोध जिले को रेलवे नेटवर्क से जोड़ना भारतीय रेलवे की समावेशी विकास नीति का हिस्सा है। इस नई सुविधा से ना केवल पर्यटन, उद्योग और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि ओडिशा जैसे राज्य के भीतर इंट्रा-स्टेट कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।