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रूसी महिला अपने 5 साल के बेटे को लेकर हुई लापता, सुप्रीम कोर्ट ने दिए सख्त निर्देश

नई दिल्ली | पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चंदन नगर निवासी सैकत बसु की रूसी पत्नी विक्टोरिया अपने पांच वर्षीय बेटे को लेकर लापता हो गई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को निर्देश दिया है कि विक्टोरिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जाए और उसका पासपोर्ट तुरंत जब्त किया जाए।

दरअसल, सैकत बसु ने 2017 में विक्टोरिया से शादी की थी और 2020 में उनके बेटे का जन्म हुआ। दोनों दिल्ली में अलग-अलग घरों में रहते थे और कोर्ट के आदेश से संयुक्त अभिरक्षा में बच्चे की देखरेख कर रहे थे। अदालत ने तय किया था कि सप्ताह में तीन दिन मां और बाकी दिन पिता के पास बच्चा रहेगा।

लेकिन हाल ही में पिता ने याचिका दाखिल कर कहा कि 7 जुलाई के बाद से न तो विक्टोरिया का कोई अता-पता है और न ही उनके बेटे का। बच्चा स्कूल नहीं गया, उसकी जरूरी मेडिकल जांच भी नहीं कराई गई और विक्टोरिया फोन पर भी उपलब्ध नहीं हैं।

सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने आदेश दिया है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर और संबंधित थाना अधिकारी बिना देरी किए बच्चे को तलाशें और उसे तुरंत पिता की कस्टडी में दें। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि विक्टोरिया को देश छोड़ने की अनुमति न दी जाए और देशभर के सभी एयरपोर्ट्स पर उसकी निगरानी की जाए।

रूसी दूतावास पर भी सवाल
कोर्ट को यह जानकारी दी गई कि विक्टोरिया को 4 जुलाई को एक रूसी राजनयिक के साथ पिछले दरवाजे से रूसी दूतावास में प्रवेश करते देखा गया था। कोर्ट ने इस पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर दूतावास के अधिकारी किसी अपराध में शामिल पाए गए, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कोर्ट ने विदेश मंत्रालय से रूसी दूतावास से बातचीत कर मां और बच्चे के ठिकाने की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश भी दिए हैं।

वकीलों को चेतावनी
सुनवाई के दौरान अदालत ने यह भी कहा कि वकीलों के जवाब गोलमोल और अस्पष्ट हैं। कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा कि यदि किसी तरह की शरारत या गुमराह करने की कोशिश की गई तो वकीलों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अगली सुनवाई 21 जुलाई को
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अब 21 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा। तब तक सभी एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चे का पता लगाकर उसे सुरक्षित रूप से पिता को सौंपें।

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