रथयात्रा पर महंत स्वामी महाराज का संदेश: “भगवान और संत के अनुसार जीवनरथ चलाएं”

पुरी सहित देशभर में आज भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जा रही है। इस अवसर पर बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु महंत स्वामी महाराज ने एक भावपूर्ण संदेश के माध्यम से भक्तों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने रथयात्रा के आध्यात्मिक महत्व को समझाते हुए कहा कि इस पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्राजी को रथ पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराया जाता है। इस उत्सव में लाखों श्रद्धालु आस्था से जुड़ते हैं, जिससे समाज में धर्मभावना, एकता और समरसता का प्रसार होता है।
“जीवनरथ की डोर भगवान को सौंप दें”
महंत स्वामी महाराज ने कहा, “रथयात्रा हमें सिखाती है कि जैसे अर्जुन ने श्रीकृष्ण को अपने रथ की बागडोर सौंप दी थी, वैसे ही हमें भी अपने जीवनरथ की कमान भगवान या उनके गुणातीत संतों को सौंप देनी चाहिए। जब हम उनकी आज्ञा और मार्गदर्शन में जीवन जीते हैं, तो वही हमें सफलता और मोक्ष की ओर ले जाते हैं।”
उन्होंने भक्तों से आह्वान किया कि वे हमेशा भगवान के चिंतन में लीन रहें, आपसी प्रेम बनाए रखें और समाज सेवा को अपना धर्म मानें। उन्होंने यह भी कामना की कि रथयात्रा का पावन मर्म हर किसी के जीवन में सार्थक हो और सभी सुख-शांति प्राप्त करें।
आध्यात्मिकता से मिलेगा जीवन का लक्ष्य
महंत स्वामी महाराज ने अंत में प्रार्थना की कि हर भक्त ईश्वर की कृपा से एक आध्यात्मिक जीवन जी सके और अपने जीवन में सच्ची सफलता प्राप्त करे। उन्होंने रथयात्रा को आत्मिक जागरण और सेवा का महापर्व बताते हुए सभी से धर्म में विश्वास बनाए रखने की बात कही।