तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार पर तंज — “बीजेपी ने उन्हें पुतला बना दिया”

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आने से पहले ही राज्य की सियासत में बयानबाजी तेज हो गई है। आरजेडी नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर दोनों पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा कि “नीतीश कुमार जी अचेत अवस्था में हैं। उनके चेहरे का इस्तेमाल किया जा रहा है। बीजेपी ने उन्हें पुतला बना दिया है।”
“अब न वो सीएम बन रहे हैं, न जेडीयू बचेगी” — तेजस्वी यादव
जब तेजस्वी यादव से पूछा गया कि क्या राजद (RJD) और जेडीयू (JDU) के बीच किसी तरह की बातचीत चल रही है, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा —“कोई बातचीत नहीं चल रही। जिस दौर से वो (नीतीश कुमार) गुजर रहे हैं, उनके प्रति सहानुभूति है। अब न तो वो सीएम बन रहे हैं और न ही जेडीयू बचेगी। कुछ बीजेपी में चले जाएंगे, कुछ राजद में आ जाएंगे।”
तेजस्वी के इस बयान के बाद यह साफ हो गया कि महागठबंधन की ओर से नीतीश कुमार के लिए कोई राजनीतिक “बैक डोर” खुला नहीं है।
प्रशांत किशोर पर चुटकी — “2029 में प्रधानमंत्री बनें, शुभकामनाएं”
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर (PK) ने कहा था कि या तो वे “10 से कम या 150 से ज्यादा सीटें” जीतेंगे। इस पर तेजस्वी यादव ने व्यंग्य करते हुए कहा —“प्रशांत किशोर को 2029 के चुनाव के लिए बहुत शुभकामनाएं। वे जीतें और प्रधानमंत्री बन जाएं, देश की सारी समस्याएं दूर कर दें।”
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के असली मुद्दों — रोजगार, पलायन, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई और कानून व्यवस्था — की बात सबसे पहले महागठबंधन ने उठाई थी। उन्होंने कहा, “अच्छा लगता है जब कोई और भी इन मुद्दों पर बात करता है।”
“170 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, 18 नवंबर को शपथ लेंगे”
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार महागठबंधन को 170 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी। तेजस्वी ने यहां तक कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 18 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।“हमें पूरी उम्मीद है कि बिहार की जनता बदलाव का फैसला करेगी। 170 से ज्यादा सीटें आएंगी, सरकार हमारी बनेगी और 18 नवंबर को हम शपथ लेंगे।”
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि तेजस्वी यादव का यह बयान न केवल नीतीश कुमार बल्कि प्रशांत किशोर जैसे उभरते नेताओं को भी चुनौती देने वाला है।
बिहार की राजनीति में जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है, वहीं जन सुराज जैसी पार्टियां समीकरण बिगाड़ने की कोशिश में हैं।



