श्रावण मास में इस प्रसिद्ध मंदिर में ड्रेस कोड अनिवार्य,तंबाकू, पान, गुटखा खाने वाल पुजारी!

प्रयागराज – श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर, प्रयागराज में पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से कहा है कि वे परंपरागत और मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें।
क्या है नया ड्रेस कोड?
- पुरुषों के लिए: केवल धोती-कुर्ता
- महिलाओं के लिए: साड़ी या सलवार-सूट
- खासतौर पर रुद्राभिषेक के दौरान परिधान का पालन अनिवार्य होगा।
मंदिर समिति का बयान
मंदिर प्रशासन ने साफ किया है कि यह निर्णय पूजा की गरिमा, पवित्रता और धार्मिक परंपरा को बनाए रखने के लिए लिया गया है।”कई श्रद्धालु आधुनिक या अनुचित वस्त्रों में मंदिर आ जाते हैं, जिससे पूजा स्थल की पवित्रता प्रभावित होती है,” – मंदिर समिति
वस्त्र न होने पर क्या होगा?
मंदिर प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यदि किसी श्रद्धालु के पास उपयुक्त वस्त्र नहीं हैं, तो मंदिर धोती-कुर्ता या साड़ी खुद उपलब्ध कराएगा, ताकि कोई भक्त वंचित न रहे।
श्रावण मास में बढ़ी भीड़, व्यवस्था सख्त
हर साल श्रावण मास में हजारों श्रद्धालु मनकामेश्वर मंदिर दर्शन और जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं।
इस बार भीड़ और मर्यादा को संतुलित रखने के लिए मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय एहतियाती रूप में लिया है।
क्या बोले मुख्य पुजारी?
मुख्य पुजारी धरानंद स्वामी ने कहा:”ड्रेस कोड का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक अनुशासन बनाए रखना है। पान-तंबाकू जैसे अन्य विषयों पर भी जल्द विचार किया जाएगा।”
श्रद्धा और आस्था के साथ आने वाले भक्तों से मंदिर प्रशासन की अपील है कि वे मर्यादा और परंपरा का सम्मान करें।
ड्रेस कोड जैसे कदम धार्मिक स्थलों की पवित्रता को सुरक्षित रखने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है।