बलिया में युवक की बर्बर पिटाई का वीडियो वायरल, चार आरोपियों पर FIR
बलिया (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। रसड़ा थाना क्षेत्र में एक युवक की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। वीडियो में युवक को नग्न कर सुनसान स्थान पर पेड़ की टहनी से बेरहमी से पीटे जाते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान पीड़ित लगातार रहम की गुहार लगाता रहा, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक न सुनी।

सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर मंगलवार को यह वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की। रसड़ा थाने के प्रभारी विपिन सिंह ने बताया कि घटना 13 मार्च की है और पीड़ित की शिकायत पर चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
FIR में चार आरोपियों के नाम, पुलिस ने मांगा गैर-जमानती वारंट
पीड़ित अभिषेक राजभर ने अपनी शिकायत में बताया कि 13 मार्च को दिन में प्रिंस सिंह उर्फ मानवेंद्र सिंह, सम्राट सिंह, धन्नू सिंह और राज निषाद ने उसे जबरन गांव की सड़क से उठा लिया और कार में बैठाकर एक सुनसान जगह ले गए। वहां इन लोगों ने उसे नग्न कर पेड़ की टहनी से जमकर पीटा। एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि अगर उसने पुलिस को सूचना दी तो उसे जान से मार दिया जाएगा। किसी तरह मौके से भागकर जान बचाई गई।
थाना प्रभारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी बलिया की स्थानीय अदालत से जारी करवा लिया गया है और गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
मामला बेहद गंभीर, आरोपी बदमाश प्रवृत्ति के – अरविंद राजभर
मामले पर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोपियों को “बदमाश किस्म के लोग” बताया और कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है।
अरविंद राजभर ने बुधवार को डीएसपी आलोक गुप्ता और थाना प्रभारी विपिन सिंह से मुलाकात की और मामले की गंभीरता से अवगत कराया। डीएसपी आलोक गुप्ता ने बताया कि कानून के मुताबिक कार्रवाई हो रही है और पुलिस किसी भी आरोपी को बख्शेगी नहीं।
इस मामले ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के वायरल वीडियो ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की सक्रियता और तेज कार्रवाई पर अब लोगों की निगाहें हैं। स्थानीय प्रशासन और सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के हस्तक्षेप के बाद उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।