पहलगाम हमले में मारे गए शुभम् द्विवेदी के परिवार ने प्रेमानंद महाराज से साझा किया अपना दर्द

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए शुभम् द्विवेदी के माता-पिता और पत्नी ऐशन्या शुक्रवार को वृंदावन स्थित संत प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने अपने सामने घटी भयावह घटना और व्यक्तिगत क्षति का दर्द साझा किया।
शुभम् की पत्नी ऐशन्या ने भावुक होकर कहा कि वह आज भी अपने पति की हत्या का दृश्य नहीं भूल पा रही हैं। उनकी मां ने बताया कि गोली लगते ही ऐशन्या खून से नहा गई थीं। इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह दृश्य अत्यंत भयानक रहा होगा और जिसने इसे अपनी आंखों से देखा हो, उसका दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
महाराज का सांत्वना संदेश
परिवार को धैर्य रखने की सलाह देते हुए प्रेमानंद महाराज ने महाभारत के अभिमन्यु प्रसंग का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जो होना है, वह होकर रहता है, और जब आयु पूरी हो जाती है, तो काल विविध रूप लेकर अपना कार्य करता है। उन्होंने परिवार को सलाह दी कि वे भगवान का नाम जप करें और धीरे-धीरे इस दुख से उबरने की कोशिश करें, वरना निरंतर व्यथा उन्हें अवसाद में ले जाएगी।
दो महीने पहले हुई थी शादी
आश्रम के शिष्यों ने बताया कि शुभम् की शादी को केवल दो महीने ही हुए थे, जब आतंकियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया। शुभम् के पिता ने कहा कि हमसे पूछ-पूछकर हिन्दू होने के कारण मारा गया।
महाराज ने कहा, “हम जानते हैं यह बेहद कठिन समय है। भगवान आपको धैर्य और सुख दें। ईश्वर की लीला अद्भुत है, इसे समझना किसी के बस में नहीं है।”